दस का दम
राजेंद्र सजवान,
भले ही भारतीय खिलाड़ी आज तक किसी ग्रांCड स्लैम टूर्नामेंट का सिंगल्स खिताब नहीं जीत पाए हैं और बड़े आयोजनों मे भाग लेना भी आसान नहीं रह गया है लेकिन वर्ष 2019 के आस्ट्रेलियन ओपनमें 10 भारतीय बच्चों को ‘बालकिड्स’ के बतौर भाग लेने का मौका मिलेगा| आज यहाँ आरके खन्ना स्टेडियम मे देशभर से आए सौ बच्चों मे से दस श्रेष्ठ का चयन किया गया,जिनकी रविवार को भारतीय डेविस कप टीम के कप्तान महेश भूपति के साथ स्पेशल क्लास होगी|चुने गये बच्चे मेलबर्न जाएँगे और टाप खिलाड़ियों को करीब से देख पाएँगे|
आस्ट्रेलियन ओपन बालकिड्स कार्यक्र्म को किया मोटर्स इंडिया द्वारा प्रोत्साहित और प्रायोजित किया जा रहा है|किया मोटर्स के मुख्य कार्यकारीअधिकारी कूखयून ने इस मौके पर भारतीय बच्चों के टेनिस के प्रति रुझान को सराहा और कहा कि आने वाले दिनों मे भारतीय टेनिस फिर से अपनी खोई प्रतिष्ठा पा सकेगी|इस अवसर पर भारतीय डेविस कप टीम के कप्तान और डबल्स मे कई ग्रांड स्लैम खिताब जीतने वाले महेश भूपति ने माना की भारतीय खिलाड़ी सिंगल्स मे लगातार पिछड़ रहे हैं| उन्होने माना कि भारत मे टेनिस कल्चर विकसित नहीं हो पाया है| आगामी डेविस कप मुक़ाबले मे भारत को अपने घर पर इटली के विरुद्द खेलना है जिसमे भारत के अवसरों के बारे मे पूछे जाने पर भूपति ने कहा कि उनकी टीम को मेजबानी का लाभ मिल सकता है|
एक सवाल के जवाब मे महेश भूपति ने माना कि पिछले कुछ सालों मे भारत मे अच्छे खिलाड़ी निकल कर नहीं आ रहे| ऐसा इसलिए भी हो रहा है क्योंकि देश मे टेनिस के लिए सही माहौल नहीं बन पा रहा है | दूसरा बड़ा कारण यह है कि ज़्यादातर खिलाड़ी बहुत पहले डबल्स मे शिफ्ट हो जाते हैं|