रविवार को वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन में रोमांचक प्रतिस्पर्धी दौड़ देखने को मिलेगी
- महिला एलीट वर्ग में मौजूदा चैंपियन एलेमाडिस इयायु के सामने सबसे बड़ी चुनौती होंगी केन्याई हमवतन लिलियन रेंगरुक
- पुरुष एलीट वर्ग के खिताब के लिए दो बार के विजेता इथियोपिया के बिरहानु लेगासे गुरमेसा होंगे सबसे मजबूत दावेदार
संवाददाता
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर, 2025: मौजूदा चैंपियन एलेमाडिस इयायु आगामी रविवार को भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स गोल्ड लेबल रोड रेस वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन के 20वें संस्करण में अपनी खिताब बचाने उतरेंगी, तो उनके सामने सबसे मुश्किल चुनौती कई वर्ल्ड क्रॉस-कंट्री पदक विजेता लिलियन रेंगरुक होंगी। वहीं, पिछले साल बेंगलुरू वर्ल्ड 10 किलोमीटर दौड़ जीत चुकी लिलियन भारत में अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए दिल्ली में महिला वर्ग के कोर्स रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश करेंगी।
जैसा कि आप जानते हैं कि लिलियन ने पिछले साल वालेंसिया में 1:03:32 का समय निकालकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था और इस साल की शुरुआत में प्राग हाफ-मैराथन जीता था। लिहाजा, ये केन्याई धाविका शानदार फॉर्म में चल रही है और यहां 1:04:46 के कोर्स रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए तैयार हैं, जो 2020 से इथियोपियाई यालेमज़र्फ येहुआलॉ के नाम है।
गुरुवार को जवाहर लाल नेहरू प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 28 वर्षीय लिलियन ने कहा, “चोटें आपको याद दिलाती हैं कि आपको खेल से कितना प्यार है। जब मुझे एक हफ़्ते के लिए ट्रेनिंग रोकनी पड़ी, तब यह एहसास हुआ कि मुझे दौड़ना कितनी पसंद है। अब मैं निरंतरता के साथ मजबूत बने रहने पर ध्यान केंद्रित करती हूं – मैं उस सीमा को फिर से पार किए बिना अपना बेस्ट देना चाहती हूं।” लिलियन हाल ही में इतालवी कोच क्लाउडियो बेरार्डेली के साथ जुड़ी हैं, जो 2028 के ओलंपिक गेम्स को ध्यान में रखते हुए केन्याई एथलीटों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।
इथियोपिया की एलेमाडिस इयायु अपना खिताब बचाने के लिए इस बार दिल्ली में दौड़ेंगी। उन्होंने कहा, “हर मौसम आपको कुछ नया सिखाता है। इस साल, मैंने अपने शरीर के साथ धैर्य रखना और प्रक्रिया पर भरोसा करना सीखा है। मैं न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी ज़्यादा मज़बूत होकर दिल्ली आई हूं और पूरे दिल से दौड़ने के लिए तैयार।”
हांगकांग में जीत के साथ अपने 2025 के अभियान की शुरुआत करने वाली ग्रेस लोइबाच नवूना ने दौड़ने को लेकर मीडिया के सामने अपना उत्साह साझा किया। उन्होंने कहा, “वेदांत दिल्ली हाफ मैराथन के लिए पहली बार दिल्ली आना अद्भुत लग रहा है। मैंने पूरे सीजन में कड़ी मेहनत की है, और मैं यह देखने के लिए उत्साहित हूं कि यह दौड़ क्या परिणाम लेकर आती है। हर दौड़ मुझे कुछ नया सिखाती है, और अगर मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाती हूं, तो यह मेरी यात्रा में एक बड़ा कदम होगा।” युवा केन्याई धाविका दो साल पहले विश्व क्रॉस-कंट्री पोडियम से बस थोड़े से अंतर से चूक गई थी।
- तीसरा खिताब जीतने के लिए उतरेंगे बिरहानु:
इथियोपिया के बिरहानु लेगासे गुरमेसा भारतीय प्रशंसकों के लिए एक जाना-पहचाना चेहरा हैं, क्योंकि वह दिल्ली हाफ मैराथन के दो संस्करण (2015 और 2017 में) जीत चुके हैं और दसवीं बार इस प्रतिष्ठित वर्ल्ड एथलेटिक्स गोल्ड लेबल रोड रेस के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। दुनिया के सबसे मज़बूत मैराथन धावकों में से एक, बिरहानु ने 2019-2020 के दौरान टोक्यो मैराथन में लगातार दो खिताब जीते और बर्लिन में उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 2:02:48 है, जो सबसे तेज़ मैराथन धावकों का पसंदीदा गंतव्य है।
भारत में दौड़ने के अपने प्यार को साझा करते हुए, 31 वर्षीय इथियोपियाई धावक ने कहा, “भारत हमेशा मेरे लिए खास रहा है। जब भी मैं यहां दौड़ता हूं, मुझे खुशी होती है क्योंकि यहां के लोग, यहां की ऊर्जा, यहां हमारी देखभाल करने का तरीका, सबकुछ शानदार होता है। यहां हमें जो गर्मजोशी और सम्मान मिलता है, जो कि हमें खुलकर दौड़ने में मदद करता है, और इसीलिए मैं भारत में हमेशा अच्छा प्रदर्शन करता हूं।”
इस दौड़ में केन्याई चुनौती की कमान नेतृत्व बेनार्ड बिवॉट के कंधों में होगी, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में पेरिस मैराथन में जीत हासिल की थी। उनके साथ उनके हमवतन इसाक किपकेंबोई भी होंगे, जो पोडियम फिनिश के लिए कड़ी चुनौती पेश करने के लिए तैयार हैं।
बिवॉट ने कहा, “मेरी योजना सरल है—मैं पहले आधे भाग में शीर्ष ग्रुप के साथ रहूंगा और फिर दूसरे हिस्से में पूरी ताकत लगाऊंगा। तभी असली दौड़ शुरू होती है। चुनौती यह है कि जब पैर थकने लगें, तब भी अपनी लय बनाए रखूं, और यही मुझे सबसे ज़्यादा पसंद है—जब दर्द हो तो खुद को परखना।”
कुल 2,60,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि वाली वेदांत दिल्ली हाफ मैराथन में दुनिया के कुछ बेहतरीन एथलीट शीर्ष सम्मान के लिए प्रतिस्पर्धा करते नज़र आएंगे। पुरुषों और महिलाओं के लिए समान पुरस्कार प्रदान करते हुए, दोनों श्रेणियों के चैंपियन को 27,000 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले एथलीट को क्रमशः 20,000 अमेरिकी डॉलर और 13,000 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे। इसके अलावा, जो भी धावक नया मीट रिकॉर्ड स्थापित करेगा, उसे 12,000 अमेरिकी डॉलर का बोनस मिलेगा।
जैसा कि आप जानते हैं कि दिल्ली हाफ मैराथन की शुरुआत 2005 में हुई थी, पिछले साल भारतीय राजधानी में विश्व हाफ मैराथन के सफल आयोजन के बाद। प्रोकैम इंटरनेशनल के संयुक्त प्रबंध निदेशक विवेक सिंह ने देश की सबसे प्रतिष्ठित हाफ-मैराथन के 20वें संस्करण का ज़िक्र करते हुए कहा, “ऐसा लग रहा है जैसे कल ही की बात हो, लेकिन हम 20 साल के हो गए हैं। हम अपने सभी पूर्व और वर्तमान प्रायोजकों, और इसे संभव बनाने वाले समर्थकों, साथ ही यहां भाग लेने वाले एथलीटों को हमेशा की तरह अपनी उपलब्धियों का ग्राफ लगातार ऊपर उठाने के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं।”

वरिष्ठ पत्रकार