….आखिर चार साल बाद हारी चैंपियन गढ़वाल!

  • गढ़वाल हीरोज को दिल्ली एफसी ने 3-1 से शिकस्त दी
  • भारतीय वायुसेना ने सुदेवा एफसी को पिछड़ने के बाद 2-2 से ड्रा पर रोका

संवाददाता

आखिरकार मौजूदा चैम्पियन गढ़वाल हीरोज को चार साल के बाद हार का स्वाद चखना पड़ा। गढ़वाल हीरोज को गुरुवार को राजधानी स्थित डॉ. बीआर अम्बेडकर स्टेडियम पर खेले गए डीएसए दिल्ली प्रीमियर लीग के एकतरफा मुकाबले में दिल्ली एफसी के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। मध्यांतर तक गोल शून्य बराबरी के बाद दिल्ली एफसी ने दूसरे हाफ में खेल पर पूरी तरह नियंत्रण बनाते हुए 3-1 से मैच जीत लिया।

 

पिछले चार सालों में गढ़वाल हीरोज एफसी की डीएफसी के हाथों यह पहली हार है। विजेता टीम ने खेल के हर क्षेत्र में गढ़वाल को न सिर्फ अदना साबित किया, बेहतरीन गोल भी जमाए। दिल्ली एफसी की जीत में जी. गयारी, सजल बाग और आकाश तिर्की ने गोल किए। पराजित गढ़वाल का इकलौता गोल मिलिंद नेगी ने अंतिम मिनट में पेनल्टी किक पर बनाया।

   दिन के पहले मुकाबले में भारतीय वायुसेना ने सुदेवा एफसी को पिछड़ने के बाद 2-2 से ड्रा पर रोका।  वायुसेना ने हमेशा की तरह एक बार फिर मध्यांतर के बाद अपने आक्रामक तेवर दिखाए और युवा खिलाड़ियों से सजे सुदेवा एफसी को 2-2 से बराबरी पर रोक कर अंक बांट लिये।

सुदेवा ने 40वें मिनट में जजों प्रशान के गोल से बढ़त बनाई और पांच मिनट बाद लामललियन के गोल से बढ़त मजबूत की। लेकिन अपने मूड के अनुरूप वायुसैनिक दूसरे हाफ में आक्रामक नजर आए। पुनीत सिंह ने 52वें मिनट में गोल जमा कर संघर्ष में वापसी की। उस समय जबकि वायुसेना हार के कगार पर थी  प्लेयर ऑफ द मैच सैमुएल वनललपेका ने गोल दाग कर सुदेवा एफसी को हैरान कर दिया।

   गढ़वाल और दिल्ली एफसी के मध्य खेल गया मैच लगभग एकतरफा रहा। लगा जैसे दिल्ली एफसी पिछली पराजयों का हिसाब चुकता करने के इरादे से मैदान में उतरी और दूसरे हाफ में हिसाब चुका कर ही दम लिया।  चैंपियन गढ़वाल की हार का बड़ा कारण उसकी रक्षापंक्ति का बेतुका और त्रुटिपूर्ण खेल रहा तो मध्य और अग्रिम पंक्ति ने अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया।  शुक्रवार को खेले जाने वाले मैचों में हिंदुस्तान को फ्रेंड्स यूनाइटेड से और तरुण संघा को वाटिका एफसी से खेलना है।

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