- 2036 का ओलम्पिक टारगेट
- अगले वर्ल्ड कप में खेलेंगे 90 देश
राजेंद्र सजवान
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी 13 से 19 जनवरी तक दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित होने वाले खो खो वर्ल्ड कप के उद्घाटन या समापन दिवस पर खिलाड़ियों के बीच उपस्थिति दर्ज कर सकते हैं। यह जानकारी देते हुए विश्व और भारतीय खो खो फेडरेशन के अध्यक्ष और आयोजन समिति के प्रमुख सुधांशु मित्तल ने भारतीय तैयारियों के बारे में मीडिया को जानकारी दी। इस अवसर पर फेडरेशन महासचिव एमएस त्यागी और विभिन्न एजेंसियों के प्रमुख भी मौजूद थे।
श्री मित्तल के अनुसार उनके आयोजन को विश्व स्तर पर भरपूर समर्थन मिल रहा है। देश के खेल मंत्रालय और भारतीय ओलाम्पिक संघ से भी पूरा सहयोग प्राप्त है। चूंकि प्रधानमन्त्री भारतीय खेलों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए दृढ संकल्प हैँ, यह देखते हुए मंत्रालय भी हर प्रकार से सहयोग कर रहा है। तारीफ की बात यह है कि भारत की पहल पर आयोजित किए जा रहे खो खो विश्व कप में दुनिया के 24 देश भाग लेने पहुंच रहे हैं, जिनमे अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, होलैंड, ब्राज़ील, कोरिया, पोलैंड, अर्जेंटीना, पेरू, मलेशिया, घाना, इंडोनेशिया, ईरान जैसे नाम शामिल है। उन्होंने बताया कि 2025 तक वर्ल्ड कप में भाग लेने वाले देशों कि संख्या 90 तक पहुंच सकती है। साथ ही 2020 तक एशियाड और 2032 के ओलम्पिक में खो खो को शामिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
इस अवसर पर महासचिव एमएस त्यागी ने बताया कि सुधांशु मित्तल के फेडरेशन अध्यक्ष पद ग्रहण करने के बाद से भारतीय खो खो की दशा दिशा में भारी बदलाव आया है और उनके मार्ग दर्शन में भारत जो वर्ल्ड कप करने जा रहा है उसके बारे में शायद ही कभी किसी ने सोचा होगा। श्री त्यागी के अनुसार भारत खिताब का दावेदार है लेकिन हमारा पहला मकसद वर्ल्ड कप का सफल आयोजन है जिसके लिए हम श्री मित्तल की अगुवाई में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इस प्रयास में आईओए और खेल मंत्रालय भी भरपूर समर्थन दे रहे हैं। त्यागी ने भारतीय टीम के बारे में बताया कि अधिकांश खिलाड़ी गांव देहात के परिवारों से हैं और खो खो को अपना करियर बना चुके हैं।