- मंगलवार एक अप्रैल को खेले जाने वाले मैचों में बैंक ऑफ इंडिया का सामना कस्टम एन्ड सेंट्रल एक्साइज से और ईएसआईसी का मुकाबला रिजर्व बैंक से होगा
संवाददाता
डीएसए इंस्टीट्यूशनल फुटबॉल लीग को शुरू चंद दिन हुए हैं लेकिन पूत के पांव पालने में नजर आने लगे हैं। अब तक खेले गए सात मैचों के बाद जो तस्वीर बनती नजर आ रही है उसे देखकर तो यही लगता है कि कुछ टीमों पर गोलों की बरसात होने जा रही है, जिनमे डीटीसी, डीडीए, मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन और कुछ अन्य शामिल हैं। जिन टीमों ने शुरुआती मुकाबलों में प्रभावी प्रदर्शन किया है, उनमें खाद्य निगम की दोनों टीमें- (मुख्यालय और हेड क्वाटर्स), कस्टम, उत्तर रेलवे और रिजर्व बैंक शामिल हैं।
तीन दशक पहले जिन टीमों की तूती बोलती थी उनके प्रदर्शन में गिरावट आई है, जिनमे डीडीए, डीटीसी, हाउसिंग एंड अर्बन आखिरी सांसे ले रही हैं। शुरुआती दौर के मुकाबलों पर सरसरी नजर डालें तो खाद्य निगम मुख्यालय, कस्टम और रेलवे का दावा मजबूत है। एफसीआई मुख्यालय को ऑडिट ने ड्रा पर खेलकर महत्वपूर्ण अंक झटका और बाकी टीमों को सावधान रहने का अल्टीमेटम भी दिया है। ऑन पेपर रेलवे में दम है बस टॉप फॉर्म में आना बाकी है।
इंस्टीट्यूशनल लीग में खेलने वाली बात यह है कि मैचों का आयोजन ईस्ट विनोद नगर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के ऊबड़-खाबड़ मैदान पर तपती धूप के बीच किया जा रहा है। जाहिर है बड़ी उम्र के खिलाड़ियों को अपना श्रेष्ठ देने में मुश्किल पेश आ रही है। लेकिन खिलाड़ी अपना श्रेष्ठ दे रहे हैं। चैंपियन कोई भी बने लेकिन ज्यादातर अनफिट और बड़ी उम्र के खिलाड़ियों का खेल जारी रखना काबिलेतारीफ तो है। मंगलवार एक अप्रैल को खेले जाने वाले मैचों में बैंक ऑफ इंडिया का सामना कस्टम एन्ड सेंट्रल एक्साइज से और ईएसआईसी का मुकाबला रिजर्व बैंक से होगा।