संतोष ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट में बदलाव की शुरुआत दिल्ली से
टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल सऊदी अरब में खेले जाएंगे
राजेंद्र सजवान
जब पूरी दुनिया पर फीफा वर्ल्ड कप का नशा चढ़ा था भारतीय फुटबॉल के कर्णधार इस सोच विचार में लगे थे कि कैसे भारतीय फुटबॉल का भला हो सकता है और कैसे भारत भी फीफा कप में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकता है। फीफा कप के चलते ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) इस बार हमेशा की तरह सोई नहीं रही। आखिर दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र क्यों फुटबॉल के महाकुम्भ में अब तक डुबकी नहीं लगा पा रहा और कैसे भारतीय फुटबॉल को बेहतर बनाया जा सकता है, इस बारे में अध्यक्ष कल्याण चौबे और महासचिव शाजी प्रभाकरन ने फेडरेशन का पद भार सम्हालते ही चिंता व्यक्त कर दी थी और अब उस दिशा में प्रयास भी शुरू हो गए हैं।
शुरुआत संतोष ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय फुटबाल चैम्पियनशिप के साथ हो रही है, जिसे दिल्ली सॉकर एसोसिएशन (फुटबॉल दिल्ली) दिल्ली सरकार के सहयोग से आयोजित करने जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कल्याण चौबे ने फेडरेशन अध्यक्ष का पद संभालते ही सबसे पहली चुनौती संतोष ट्रॉफी के आयोजन को बताया था और कहा था कि राष्ट्रीय चैम्पियनशिप उनकी पहली प्राथमिकता होगी और हर हाल में उनकी टीम संतोष ट्रॉफी को फिर से जीवित करने और प्रमुख दर्जा देने के लिए दृढ संकल्प है।
चौबे-शाजी टीम ने प्रफुल्ल पटेल राज के काले अध्याय से ऊपर उठ कर प्रयास शुरू कर दिए हैं। संयोग से नई शुरुआत देश की राजधानी दिल्ली से हो रही है और संतोष ट्रॉफी के सेमीफाइनल और फाइनल सऊदी अरब में खेले जाएंगे, ऐसा संतोष ट्रॉफी को लोकप्रिय बनाने के लिए किया जा रहा है।
दिल्ली सॉकर एसोसिएशन द्वारा क्षेत्रीय आयोजन 23 से 31 दिसंबर तक राजधानी के नेहरू स्टेडियम, डॉ. अम्बेडकर स्टेडियम और छत्रशाल स्टेडियम में किया जा रहा है, जिसमें मेजबान दिल्ली, गुजरात, त्रिपुरा, लद्दाख, उत्तराखंड और कर्नाटक की टीमें भाग ले रही हैं।
फुटबॉल दिल्ली के महासचिव आकाश नरूला के अनुसार, सफल आयोजन के लिए कमेटियों का गठन कर दिया गया है जिसमें डीएसए कोषाध्यक्ष लियाकत अली आयोजन समिति के चेयरमैन, आयोजन सचिव रिज़वान उल हक, दिल्ली सरकार के डीडी स्पोर्ट्स संजय अम्बास्ता को चेयरमैन, उप-मुख्यमंत्री के पीएस सुरेंद्र जगलान को ऑनरेरी चेयरमैन बनाया गया है।
डीएसए के कार्यकारी अध्यक्ष शराफत उल्लाह के अनुसार, पहली बार ऐसा मौका है जब दिल्ली सरकार ने दिल्ली की फुटबॉल और खासकर संतोष ट्रॉफी जैसे आयोजन को अपना पूरा समर्थन और सहयोग देने की घोषणा की है। चूंकि खेल दिल्ली सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं इसलिए आयोजन से जुड़े सभी खर्च दिल्ली सरकार उठा रही है जिसकी देशभर में सराहना हो रही है।
फेडरेशन अध्यक्ष कल्याण चौबे और महासचिव शाजी प्रभाकरन पहले ही कह चुके हैं कि दिल्ली चाहे तो संतोष ट्रॉफी के फाइनल राउंड का आयोजन भी कर सकती है। बेशक, संतोष ट्रॉफी, 2022-23 का सफल आयोजन भारतीय फुटबॉल में व्याप्त असंतोष को दूर करने में सहायक रहेगा, जिससे फुटबॉल दिल्ली, दिल्ली सरकार और भारतीय फुटबॉल का कद बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है।
संतोष ट्रॉफी आयोजन समिति के चेयरमैन लियाकत अली के अनुसार, उनका लक्ष्य शानदार आयोजन के साथ-साथ मेजबान दिल्ली के दावे को मजबूती से पेश करने का है।