नसरीन को खो खो खिलाड़ी और भारतीय होने पर गर्व

  • भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान नसरीन शेख कहा कि कभी वह क्रिकेट खिलाड़ियों को देख कर भावुक हो जाती थीं और खुद पर गुस्सा आता था और खो खो खिलाड़ी होने पर मलाल होता था लेकिन अब वह अपने खेल और देश पर फक्र करती हैं
  • अर्जुन अवार्डी ने कहा कि भारत का खेल खो खो पूरी दुनिया का खेल बन गया है और हम लड़कियां अपने-अपने धर्म और मर्यादा का पालन करते हुए सिर्फ और सिर्फ खेल और देश के बारे में सोचती हैं और हम एक टीम और एक परिवार हैं और यही हमारी ताकत है

राजेंद्र सजवान

राजधानी के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में खेले जा रहे खो खो वर्ल्ड कप में भारतीय महिला टीम ने एक और सेंचुरी लगाते हुए ईरान को 100-16 से हरा कर नॉकआउट दौर में प्रवेश किया। शुरुआती मुकाबले में भारत ने दक्षिण कोरिया को बुरी तरह रौंद दिया था। कप्तान प्रियंका इंगले, मीनू और मोबीना का प्रदर्शन दर्शनीय रहा लेकिन बढ़ती उम्र के बावजूद जिस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया वह पूर्व कप्तान और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित नसरीन शेख है। नसरीन ने बीच कोर्ट में तो कमाल का प्रदर्शन किया ही ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम के दौरान उसने अपने जवाबों से सबको लाजवाब कर दिया।

   जिन भारतीय लड़कियों का मुकाबला ईरान से था उसकी खिलाड़ी लगभग फुल पैंट पहने हुई थीं। अक्सर देखा गया है कि फुटबॉल, हॉकी, कबड्डी आदि खेलों में  ईरान और कुछ अन्य इस्लामिक देशों की महिला खिलाड़ी अपनी पारम्परिक ड्रेस पहने होती हैं। इस बारे में जब वरिष्ठ भारतीय खिलाड़ी नसरीन से पूछा गया तो उसने तपाक से लम्बा चौड़ा भाषण दे डाला और भारतीय रीति-रिवाजों और महिलाओं के प्रति आम भारतीय कि सोच पर बहुत कुछ कह दिया। लगा जैसे वह ऐसे किसी सवाल का इन्तजार कर रही थीं।

   नसरीन ने सबसे पहले खो खो की लोकप्रियता और भारतीय प्रयासों का उल्लेख किया और कहा कि भारत का खेल पूरी दुनिया का खेल बन गया है। यहां हिन्दू, मुस्लिम या किसी भी धर्म के मायने नहीं हैं। खो खो हमारा धर्म है। हम सब खिलाड़ियों के बीच सिर्फ खेल और देश की बात होती है। यह भारत की खूबसूरती है कि हमारे देश में किसी के लिए भी कुछ भी पहनने और खाने की छूट है। हम लड़कियां अपने-अपने धर्म और मर्यादा का पालन करते हुए सिर्फ और सिर्फ खेल और देश के बारे में सोचती हैं। खेल भावना और देश के प्रति सदभावना ही हमें सिखाया गया है। हम एक टीम और एक परिवार हैं और यही हमारी ताकत है। नसरीन ने भावुकता के साथ कहा कि कभी वह क्रिकेट खिलाड़ियों को देख कर भावुक हो जाती थीं और खुद पर गुस्सा आता था। खो खो खिलाड़ी होने पर मलाल होता था लेकिन अब वह अपने खेल और देश पर फक्र करती है। मीडिया से बात करते हुए चीफ कोच सुमित भाटिया ने अपनी वरिष्ठ खिलाड़ी नसरीन की जोरदार शब्दों में प्रशंसा की और कहा कि टीम भावना और एकता ही भारत की ताकत है। टीम कप्तान प्रियंका के अनुसार एकजुटता और देशभक्ति भारतीय टीम को विजेता बनाते हैं।

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