October 12, 2025

sajwansports

sajwansports पर पड़े latest sports news, India vs England test series news, local sports and special featured clean bold article.

निषाद ने एशियाई रिकॉर्ड के साथ गोल्ड जीता जबकि सिमरन ने भी श्रेष्ठता साबित की

  • नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में निषाद ने अपना ही एशियाई रिकॉर्ड तोड़ते हुए 2.14 मीटर की ऊंचाई हासिल की
  • सिमरन ने अपने गाइड उमर सैफी के साथ महिला 100 मीटर टी12 फ़ाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (11.95 सेकंड) करते हुए गोल्डन दौड़ लगाई

संवाददाता

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर: निषाद कुमार और सिमरन ने शुक्रवार को अपने शानदार करते हुए इंडियनऑयल नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदकों जीतकर सुर्खियां बटोरीं। इस तरह भारत के कुल पदकों संख्या 15 हो गई, जिसमें छह स्वर्ण, पांच रजत और चार कांस्य हो चुके हैं। राजधानी दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में जारी इस चैंपियनशिप में दोनों एथलीटों ने लगभग एक ही समय में स्वर्ण पदक जीता। सिमरन ने अपने गाइड उमर सैफी के साथ महिला 100 मीटर टी12 फ़ाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (11.95 सेकंड) करते हुए गोल्डन दौड़ लगाई। यह रोमांचक इवेंट पलक झपकते ही खत्म हो गया, इसलिए निषाद की पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा के फाइनल्स ने सिमरन की स्पर्धा में नाटकीयता की कमी की भरपाई कर दी।

   26 वर्षीय निषाद के लिए अपना पहला डब्लूपीएसी गोल्ड जीतना इसलिए यादगार था, क्योंकि वह कोबे और पेरिस में पिछले दो संस्करणों में रजत पदक जीतने से चूक गए थे। इसलिए यह स्वाभाविक था कि वह बहुत खुश थे। अपनी स्पर्धा के दौरान निषाद ने दो बार अपना ही एशियाई रिकॉर्ड तोड़ा और 2.14 मीटर का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने अब्दुल्ला इल्गाज के 2.18 मीटर के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए दो बार किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली।  

   कैमरों के सामने अपनी मूंछें घुमाते हुए उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बहुत खास दिन था। बकौल निषाद, “मेरी मां मेरे पीछे बैठी थीं और यह बहुत बड़ा आयोजन था। इतने सारे लोग भी मेरा समर्थन करने के लिए वहां मौजूद थे।” निषाद ने आगे कहा, “मैंने पूरे साल, दिन-ब-दिन, इस दिन का इंतजार किया। मैंने बहुत मेहनत की है। मुझे ईश्वर का भी साथ चाहिए था। मेरे मन में कोई नकारात्मकता नहीं थी। अपने घरेलू मैदान पर स्वर्ण पदक जीतने से बड़ा कोई एहसास नहीं होता।”

   अगले महीने 26 साल की होने जा रही अर्जुन पुरस्कार विजेता सिमरन ने भी कुछ ऐसी ही भावनाएं व्यक्त कीं। कोबे डब्ल्यूपीएसी की 200 मीटर टी12 में स्वर्ण पदक विजेता ने कहा, “अपने घरेलू मैदान पर, अपने लोगों के सामने, राष्ट्रगान और इन सबके बीच पदक जीतना, यह बहुत अच्छा एहसास है। मेरा समर्थन करने के लिए यहां आने वाले सभी लोगों का धन्यवाद। यह 100 मीटर [वैश्विक आयोजनों में] में मेरा पहला स्वर्ण है, इसलिए मैं वास्तव में बहुत खुश हूं।” उन्होंने अपनी जीत अपने पति गजेंद्र सिंह को समर्पित की और अपने भाई जैसे मार्गदर्शक उमर सैफी का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने पूरी दौड़ के दौरान अपनी भूमिका बखूबी निभाई।

निषाद की मां भी अपने बेटे को स्टैंड से एक्शन में देखकर पूरी तरह अभिभूत थीं, ऐसा कुछ जो उन्होंने अक्सर नहीं किया था। उन्होंने कहा, “मैं अपने बेटे को इतने बड़े आयोजन में देखकर बहुत खुश हूं। मुझे उस पर बहुत गर्व है। आज हमारे लिए यह दोहरा जश्न है क्योंकि आज उसका जन्मदिन भी है।” दिन के अन्य भारतीय पदक विजेता प्रीति पाल और प्रदीप कुमार ने क्रमशः महिलाओं की 200 मीटर टी35 और पुरुषों की डिस्कस थ्रो टी64 में कांस्य पदक जीता।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *