पीकेएल सीजन 12 के प्लेऑफ में ताल ठोकेंगी शीर्ष आठ टीमें
- प्लेऑफ दौर के रोमांचक मुकाबलों की शुरुआत 25 से 31 अक्टूबर तक राजधानी दिल्ली के त्यागराज इंडोर स्टेडियम में होगी
- प्लेऑफ के लिए आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शीर्ष आठ टीमों के कप्तानों ने मंच से एक साथ अपनी तैयारियों की पर चर्चा की
संवाददाता
दिल्ली, 24 अक्टूबर 2025: प्रो कबड्डी लीग का सीजन 12 अब ग्रैंड प्लेऑफ़्स फेस्टिवल के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुका है। 25 से 31 अक्टूबर तक राजधानी दिल्ली के त्यागराज इंडोर स्टेडियम में प्लेऑफ दौर के रोमांचक मुकाबलें खेले जाएंगे। चार शहरों में खेले गए 108 रोमांचक लीग मैचों के कड़े संघर्ष के बाद आठ टीमें अब ट्रॉफी के लिए जंग लड़ेंगी। प्लेऑफ के लिए देश की राजधानी में शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शीर्ष आठ टीमों के कप्तान एक साथ मंच पर नजर आए और उन्होंने आगामी दौर के लिए अपनी तैयारियों को लेकर चर्चा की।
इस मौके पर दबंग दिल्ली केसी के कप्तान आशु मलिक ने कहा, “प्लेऑफ्स में हर रेड और हर टैकल मैच का रुख बदल सकती है। मैंने सीखा है कि शांति ही मेरी सबसे बड़ी ताक़त है-ज़्यादा आक्रामकता ध्यान भटका सकती है। जब दबाव बढ़ता है, तो मैं खुद को याद दिलाता हूं कि ताज़े दिमाग से खेलो और अपनी तैयारी पर भरोसा रखो। हमने पूरे सीजन मेहनत की है और अब वक्त है अपना सर्वश्रेष्ठ देने का।”

पुनेरी पलटन के कप्तान असलम इनामदार ने कहा, “प्लेऑफ्स पूरी तरह संयम और स्पष्टता की परीक्षा हैं। मैंने अपने सीनियर्स से सीखा है कि दबाव में टीम को कैसे संभालना है — कैसे बात करनी है, मोटिवेट करना है, और स्थिति को पढ़ना है। अब वही सीख मेरे काम आ रही है। हम सबका ध्यान सिर्फ अनुशासन और आत्मविश्वास बनाए रखने पर है।”
प्लेऑफ की शुरुआत 25 अक्टूबर को प्ले-इन्स से होगी, जहां मौजूदा चैम्पियंस हरियाणा स्टीलर्स का मुकाबला जयपुर पिंक पैंथर्स से होगा। वहीं, दूसरे प्ले-इन में पटना पाइरेट्स भिड़ेंगे यू मुम्बा से। इन मैचों के विजेता प्लेऑफ़्स के अगले दौर में प्रवेश करेंगे। 26 अक्टूबर से शुरू होंगे एलिमिनेटर मुकाबले। प्ले-इन्स के विजेता पहले एलिमिनेटर 1 में भिड़ेंगे। इसी दिन बेंगलुरु बुल्स और तेलुगु टाइटन्स आमने-सामने होंगे मिनी क्वालिफ़ायर में।

मशाल स्पोर्ट्स के बिज़नेस हेड और पीकेएल चेयरमैन अनुपम गोस्वामी ने कहा,” प्रो कबड्डी लीग सीज़न 12 ने वास्तव में प्रो कबड्डी लीग में प्रतिस्पर्धा का स्तर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। हमारे 108 लीग मैचों में से 48 मैच पांच अंकों या उससे कम के अंतर से तय हुए, और 27 मैच अंतिम 90 सेकंड में पलटे। अब ताजा प्लेऑफ इन्हीं जोश और रोमांच को अंतिम हफ्ते तक जारी रखेंगे। युवा कप्तान आगे से नेतृत्व कर रहे हैं और रेडर्स लगभग हर मैच में सुपर-10 कर रहे हैं। यह पीकेएल इतिहास के सबसे कड़े फ़ाइनल हफ़्तों में से एक होने जा रहा है।”
27 अक्टूबर को एलिमिनेटर 2 में एलिमिनेटर 1 के विजेता का सामना बुल्स और टाइटन्स के हारने वाले से होगा। इसी दिन शीर्ष दो टीमें क्वालिफ़ायर 1 में फ़ाइनल में जगह के लिए भिड़ेंगी। 28 अक्टूबर को एलिमिनेटर 3 खेला जाएगा, जिसमें एलिमिनेटर 2 के विजेता और मिनी-क्वालिफ़ायर के विजेता आमने-सामने होंगे। इस मैच का विजेता 29 अक्टूबर को क्वालिफ़ायर 2 में क्वालिफ़ायर 1 के हारने वाले से भिड़ेगा। इस मुकाबले का विजेता 31 अक्टूबर को खेले जाने वाले फाइनल में जगह बनाएगा।

इस सीज़न लीग चरण में पहली बार टाईब्रेकर्स का इस्तेमाल किया गया, जिससे प्रतिस्पर्धा और भी तीव्र हो गई। शीर्ष दो टीमों-पुनेरी पलटन और दबंग दिल्ली के.सी. ने 26 अंकों के साथ समय रहते प्लेऑफ़्स में अपनी जगह पक्की की। तीसरे से छठे स्थान तक की जंग बेहद कड़ी रही-बेंगलुरु बुल्स 22 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे, जबकि तेलुगु टाइटन्स, हरियाणा स्टीलर्स और यू मुम्बा 20 अंकों पर बराबरी पर रहे।
पीकेएल 12 में पटना पाइरेट्स के लिए भी यह सीज़न शानदार वापसी की कहानी रहा। सीज़न के 44वें दिन तक टीम तालिका में सबसे नीचे थी, लेकिन पांच लगातार जीत दर्ज कर उन्होंने सातवां स्थान हासिल किया। वहीं जयपुर पिंक पैंथर्स ने अंतिम स्थान (8वां) लेकर प्लेऑफ़्स लाइन-अप को पूरा किया, जबकि यू मुम्बा अंतिम दिन टॉप-4 स्थान से चूक गए। अमॅच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया (एकेएफआई) के तत्वावधान में मशाल स्पोर्ट्स और जियोस्टार ने मिलकर पीकेएल को भारत की सबसे सफल स्पोर्ट्स लीग्स में से एक बनाया है। यह देश की सबसे अधिक मैचों वाली स्पोर्ट्स लीग है। प्रो कबड्डी लीग ने भारत के स्वदेशी खेल कबड्डी और उसके खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई है।


वरिष्ठ पत्रकार
