पूर्व दिग्गज शटलर ने योनेक्स-सनराइज के एक संवाददाता सम्मेलन में माना कि भारतीय खिलाड़ी कई साल बाद इस टूर्नामेंट में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए नई सौगात लेकर आई योनेक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
योनेक्स बेंगलुरू में 8,000 वर्ग मीटर में नई फैक्टरी लगाने जा रहा है, जिसमें कार्बन ग्रेफाइट रैकेट तैयार किए जाएंगे
राजेंद्र सजवान
“बेशक, योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, जिसका बड़ा कारण यह है कि कुछ खिलाड़ियों के लिए ड्रॉ ठीक नहीं पड़ा तो कुछेक चोटिल हो गए। यह चिंता वाली बात है और किसी एक को दोष देना ठीक नहीं है। इसके लिए सिर्फ हेड कोच को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि हर खिलाड़ी का अपना निजी कोच भी है।” भारतीय बैडमिंटन एसोसिएशन के चीफ कोच पुलेला गोपीचंद ने राजधानी दिल्ली में चल रहे प्रतिष्ठित एचएसबीसी-बीडब्लूएफ वर्ल्ड टूर सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों के अपेक्षा से कमतर प्रदर्शन पर यह सफाई दी।
पूर्व दिग्गज शटलर ने योनेक्स-सनराइज के एक संवाददाता सम्मेलन में माना कि भारतीय खिलाड़ी कई साल बाद इस टूर्नामेंट में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए। उन्हें सायना नेहवाल वापसी के लिए दृढ़ संकल्प नजर आईं लेकिन पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन ने अपनी योग्यता से हल्का प्रदर्शन किया। हालांकि गोपी को विश्वास है कि सभी भारतीय खिलाड़ी जल्दी ही खराब दौर से उबर जाएंगे।
भारत में बढ़ती बैडमिंटन की लोकप्रियता में योनेक्स के योगदान को गोपी ने सराहनीय बताया और कहा कि भारत बैडमिंटन का बड़ा बाजार बन रहा है, जिसमें योनेक्स सनराइज के खेल उपकरण खासे सहायक रहे हैं।
इस अवसर पर योनेक्स इंडिया के अध्यक्ष आर हनावा, भारत के मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद, सनराइज स्पोर्ट्स इंडिया के प्रबंध निदेशक विक्रमादित्य धर योनेक्स के जापानी चेयरमैन बेन योनियामा और भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) के महासचिव संजय मिश्रा ने दो नए कर्बन ग्रेफाइट रैकेट का अनावरण किया। बेंगलुरू में योनेक्स 8,000 वर्ग मीटर में नई फैक्टरी (योनेक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) लगाने जा रहा है, जिसमें कार्बन ग्रेफाइट रैकेट तैयार किए जाएंगे, जो कि हर वर्ग के खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इन सभी ने उम्मीद जताई है कि भारत में उत्पादन होने से ये रैकेट मौजूदा कीमत से 20-30 फीसदी कम में मिलेंगे।
विक्रम धर के अनुसार, भारत में बैडमिंटन उपकरण की मांग लगातार बढ़ रही है। प्रकाश पादुकोण, गोपी और तत्पश्चात सायना, सिंधू और लक्ष्य सेन की सफलता ने देश में बैडमिंटन को आम भारतीय का खेल बना दिया है। नतीजन बैडमिंटन रैकेट और शटल की मांग बढ़ी है जिसकी पूर्ति योनेक्स कर रहा है।
गोपी के अनुसार, प्रकाश पादुकोण भारतीय बैडमिंटन के भगवान के रूप में जाने जाते हैं। उनके बाद कई खिलाड़ियों ने विश्व और ओलम्पिक स्तर पर दर्शनीय प्रदर्शन किया है। लगभग सभी आयु वर्गों के पहले दस में भारतीय खिलाड़ी स्थान बनाए हुए हैं। यह कमाल का प्रदर्शन है और यहां से आगे बढ़ने के लिए अच्छे इक्यूपमेंटस की जरूरत है, जिसकी पूर्ति योनेक्स की नई फैक्टरी करेगी।
गोपी के अनुसार, वीके वर्मा, अखिलेश दास और वर्तमान अध्यक्ष ने बैडमिंटन को आगे बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाई। यह सिलसिला यदि यूं ही बना रहा तो भारतीय खिलाड़ी इस खेल के शिखर पर पहुंचने का माद्दा रखते हैं।