- भारी भरकम दल लेकर भारतीय खिलाड़ी और जुगाड़ू अधिकारी पेरिस पहुंच रहे हैं लेकिन कोई भी यह बोलने के लिए तैयार नहीं है कि हम पदक तालिका में कौन से स्थान पर रहेंगे
- टोक्यो ओलम्पिक के गोल्ड विजेता जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा आम और खास भारतीय की पहली उम्मीद हैं
- मीराबाई चानू, निकहत जरीन, लवलीना, विनेश फोगाट, अंतिम पंघाल, अमन सेहरवात, कुछ निशानेबाज, पीवी सिंधु, सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी पदक की संभावना बताए जा रहे हैं
- विनेश को भले ही कुछ लोग कमजोर आंक रहे हैं लेकिन कड़े संघर्ष और आरोप-प्रत्यारोपों के बीच पेरिस का टिकट पाने वाली यह पहलवान पदक जीत कर अपने आलोचकों का मुंह बंद करना चाहती हैं
- हॉकी टीम लगातार गिरती रैंकिंग के बावजूद पदक जीत पाती है तो देशवासियों को सुकून मिलेगा
राजेंद्र सजवान
कुछ समय पहले जो बड़बोले भारत को खेल महाशक्ति बनाने की हुंकार भर रहे थे, उनकी बोलती बंद है। ओलम्पिक सिर पर खड़ा है और वे इधर-उधर की हांक कर देश को गुमराह करने में लगे हैं। हालांकि भारी भरकम दल लेकर भारतीय खिलाड़ी और जुगाड़ू अधिकारी पेरिस पहुंच रहे हैं लेकिन कोई भी यह बोलने के लिए तैयार नहीं है कि हम पदक तालिका में कौन से स्थान पर रहेंगे। इतना तय है कि दो-चार गोल्ड जीत गए तो पदक तालिका में भारत शीर्ष 20 देशों में स्थान बना सकता है। लेकिन क्या ऐसा हो पाएगा?
बेशक, टोक्यो ओलम्पिक के गोल्ड विजेता जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा आम और खास भारतीय की पहली उम्मीद हैं। नीरज यदि पिछले प्रदर्शन को दोहरा पाएं तो दूसरा गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगे। लेकिन एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि इस बार नीरज को ऐसी चुनौती मिल सकती है, जिसकी कल्पना भी नहीं की होगी। नीरज के अलावा वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, मुक्केबाज निकहत जरीन, लवलीना, पहलवान विनेश फोगाट, अंतिम पंघाल, अमन सेहरवात, कुछ एक निशानेबाज, बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, डबल्स जोड़ी सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी पदक की संभावना बताए जा रहे हैं।
नीरज चोपड़ा और मीरा बाई चानू यदि पूरी तरह से फिट रहते हैं तो उनको पदक मिल सकता है, जिसका रंग उस दिन के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। सिंधु पिछले काफी समय से ऑफ फॉर्म चल रही हैं, यदि कोई पदक जीत पाई तो तीन ओलम्पिक पदक जीतने का भारतीय रिकॉर्ड बना सकती हैं। कुश्ती में विनेश फोगाट को भले ही कुछ लोग कमजोर आंक रहे हैं लेकिन कड़े संघर्ष और आरोप-प्रत्यारोपों के बीच पेरिस का टिकट पाने वाली विनेश पदक जीत कर अपने आलोचकों का मुंह बंद करना चाहती हैं। अंतिम पंघाल भी बेसब्री से ओलम्पिक की प्रतीक्षा कर रही हैं।
निशानेबाजी में भी पदक पक्का माना जा रहा है। कौन जीतेगा, यह उस दिन के प्रदर्शन पर निर्भर रहेगा लेकिन मुक्केबाज निकहत जरीन खासी चर्चा में है। मैरीकॉम और लवलीना के बाद वह ओलम्पिक पदक जीतने का दम रखती है। एथलेटिक्स में श्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है लेकिन हॉकी टीम लगातार गिरती रैंकिंग के बावजूद पदक जीत पाती है तो देशवासियों को सुकून मिलेगा। टीम खेलों में भारत की लाज यही खेल बचाता आ रहा है।