- हरविंदर सिंह ने मेंस सिंगल्स इंडीविजुअल रिकर्व ओपन आर्चरी स्पर्धा में गोल्ड जीता और वह करने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बन गए हैं
- धरमबीर ने नया कॉन्टिनेंटल रिकॉर्ड बनाते हुए क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में 34.92 मीटर तक चक्का फेंककर गोल्ड मेडल जीता और इस खेल में गोल्ड जीतने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी बने
संवाददाता
पेरिस, 4 सितम्बर: धरमबीर और हरविंदर सिंह ने बुधवार को पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का गोल्ड जीतो अभियान जारी रखा। धनुर्धर हरविंदर सिंह ने जहां तीरंदाज की मेंस सिंगल्स इंडीविजुअल रिकर्व ओपन आर्चरी स्पर्धा में गोल्ड जीत कर इतिहास रचा है। वहीं, डिस्कस थ्रोअर धरमबीर ने क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा का स्वर्ण अपने नाम किया। इन दोनों की गोल्डन कामयाबी के बाद भारत पेरिस पैरालंपिक की पदक तालिका में 13वें स्थान पर पहुंच गया है। उसके खाते में अब तक पांच स्वर्ण, नौ रजत, 11 कांस्य सहित कुल 25 पदक आ चुके हैं। पैरालंपिक में यह भारत का अबतक का सबसे शानदार प्रदर्शन है और प्रतियोगिता के तीन दिन और बचे हैं, लिहाजा तो पदक संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
बहरहाल, हरविंदर सिंह पैरालंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बन गए हैं। उन्होंने मेंस सिंगल्स इंडीविजुअल रिकर्व ओपन आर्चरी स्पर्धा के फाइनल में पोलैंड के लुकाज सिस्जेक को बेहद आसानी से 6-0 के अंतर से पराजित किया।
बुधवार को ही डिस्कस थ्रो में भारत के खाते में गोल्ड और सिल्वर दोनों मेडल आए। जब धरमबीर ने नया कॉन्टिनेंटल रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में 34.92 मीटर तक चक्का फेंका। इस खेल में गोल्ड जीतने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी बने। सिल्वर मेडल प्रणव सूरमा ने 34.59 मीटर तक चक्का फेंककर अपने नाम किया।
वहीं, शॉट पुट में वर्ल्ड चैम्पियन शॉट पुटर सचिन सारजेराव खिलारी ने सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने शॉट पुट एफ46 स्पर्धा में नया कॉन्टिनेंटल रिकॉर्ड बनाते हुए 16.32 मीटर दूरी तक चक्का फेंका। उधर, जूडो में कपिल परमार ने पुरुष जे1-60 किलो भार वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। उन्होंने ब्राजील के इलियटन डि ऑलिवेरा को 10-0 से हराया। यह पैरालंपिक जूडो में भारत का ये पहला पदक है।