- पैरालंपिक कमिटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) के अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने घोषणा की, इस बार 84 खिलाड़ियों का भारतीय दल 12 खेलों में भाग लेगा और कम से कम 25 पदक जीतने का हमारा लक्ष्य है
- देवेंद्र झाझरिया की बात पर मुहर लगाते हुए पीसीआई की पूर्व अध्यक्ष और एशियन पैरा कमेटी की साउथ एशिया प्रमुख दीपा मलिक ने उम्मीद जताई कि पैरालंपिक में भारत को पांच-छह स्वर्ण सहित 25 से 28 पदक मिल सकते हैं
- 2016 के रियो पैरालंपिक गेम्स में गोला फेंक का रजत पदक जीतने वाली दीपा के अनुसार, एथलेटिक्स, शूटिंग, टीटी और बैडमिंटन में भारतीय पैरा खिलाड़ी आधिकाधिक पदक जीत सकते हैं
- देवेंद्र झाझरिया ने बताया कि 28 अगस्त से पेरिस में शुरू हो रहे पैरालंपिक गेम्स में भारत के ध्वजवाहक सुमित अंतिल और भाग्यश्री जाधव होंगे
- दोनों चैम्पियनों ने कहा कि भारतीय पैरा खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रही हैं और पदक तालिका में चोटी के दस देशों में शामिल हो सकते हैं
- भारतीय पैरालंपिक दल के विदाई समारोह के दौरान पत्रकार अभिषेक दुबे और जाने-माने स्पोर्ट्स वकील एवं एनडीटीवी के पूर्व पत्रकार महावीर रावत द्वारा लिखित किताब ‘क्रॉसिंग द बैरियर्स’ का विमोचन किया, जिसमें भारत के 23 पैरालंपिक चैम्पियनों का बखूबी समाहित किया गया है
राजेंद्र सजवान
“हमारे खिलाड़ी पेरिस में आयोजित होने वाले पैरालंपिक गेम्स में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन करने जा रही है। इस बार 84 खिलाड़ियों का भारतीय दल 12 खेलों में भाग लेगा और कम से कम 25 पदक जीतने का हमारा लक्ष्य है, जो कि अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होगा,” भारतीय पैरालंपिक दल के विदाई समारोह में पैरालंपिक कमिटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) के अध्यक्ष और 2004 एवं 2016 में पैरालंपिक गेम्स में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया ने यह घोषणा करते हुए भारतीय खेल प्रेमियों को रोमांचित किया और बात ही बात में यह कह दिया कि देश के पैरा खिलाड़ी किसी से, अर्थात पेरिस खेलों में छह पदक के साथ लौटे सामान्य खिलाड़ियों से कम नहीं है।
देवेंद्र झाझरिया की बात पर मुहर लगाते हुए पीसीआई की पूर्व अध्यक्ष और एशियन पैरा कमेटी की साउथ एशिया प्रमुख दीपा मलिक ने उम्मीद जताई कि पैरालंपिक में भारत को पांच-छह स्वर्ण सहित 25 से 28 पदक मिल सकते हैं। दीपा ने 2016 के रियो पैरालंपिक गेम्स में गोला फेंक का रजत पदक जीता था और यह कारनामा करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनने का गौरव पाया था। खेल रत्न और पद्मश्री जैसे सम्मान प्राप्त कर चुकी दीपा के अनुसार, एथलेटिक्स, शूटिंग, टीटी और बैडमिंटन में भारतीय पैरा खिलाड़ी आधिकाधिक पदक जीत सकते हैं।
देवेंद्र झाझरिया के अनुसार 28 अगस्त से पेरिस में शुरू हो रहे पैरालंपिक गेम्स में भारत के ध्वजवाहक सुमित अंतिल और भाग्यश्री जाधव होंगे।
- खेलमंत्री का बड़ा बयान:-
पैरा खिलाड़ियों के शानदार रिकॉर्ड और झाझरिया एवं दीपा के अति उत्साह को देखते हुए खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने खिलाड़ियों की कामयाबी की कामना तो की लेकिन अपनी सरकार और प्रधानमंत्री के खेल प्रोत्साहन कार्यक्रम का जमकर बखान किया। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में जीते छह पदकों को देश के खेलों की प्रगति के साथ जोड़ा और पैरा खिलाड़ियों की कामयाबी के लिए शुभकामना दी। अपने संबोधन में उन्होंने बार-बार मोदी जी का जिक्र किया। इस अवसर पर उन्होंने पत्रकार अभिषेक दुबे और जाने-माने स्पोर्ट्स वकील एवं एनडीटीवी के पूर्व पत्रकार महावीर रावत द्वारा लिखित किताब ‘क्रॉसिंग द बैरियर्स’ का विमोचन किया, जिसमें भारत के 23 पैरालंपिक चैम्पियनों का बखूबी समाहित किया गया है।
- टोक्यो से बेहतर:-
देवेंद्र झाझरिया और दीपा से जब पूछा गया कि पेरिस से लौटे भारतीय दल ने मात्र छह पदक जीते और आप 25 की बात कर रहे हैं, जिनमें 5-6 स्वर्ण हो सकते हैं। दोनों चैम्पियनों ने सवाल को हंसी में टाल दिया लेकिन इतना जरूर कहा कि भारतीय पैरा खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रही हैं और पदक तालिका में चोटी के दस देशों में शामिल हो सकते हैं। तालिका में उन्हें इस बार बेहतर स्थान मिलने की पूरी संभावना है।