- दिल्ली सॉकर एसोसिएशन द्वारा आयोजित एचसीएल दिल्ली फ्यूचर स्टार्स यूथ लीग में अंडर-15, 17 और 19 आयु वर्गों के मुकाबले खेले गए
- ट्रांजिशन एफए के खिलाड़ियों ने प्रभावित किया और 15 एवं 17 साल तक के आयु वर्गों के खिताब जीतने में सफल रही
- 19 साल वर्ग में दिल्ली इलीट एफसी विजेता रही, जबकि इंडिया यूनाइटेड एफए ने दूसरा स्थान पाया
- डीएसए अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने लीग के सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति के चेयरमैन बिक्रमजीत, कन्वीनर डीएस रावत ‘धन्नी’ और को-कन्वीनर बिजेंद्र कुमार, दिल्ली एफसी की युवा टीम के प्रयासों की तारीफ की
राजेंद्र सजवान
दिल्ली सॉकर एसोसिएशन (डीएसए) द्वारा आयोजित एचसीएल दिल्ली फ्यूचर स्टार्स यूथ लीग में अंडर-15, 17 और 19 आयु वर्गों के मुकाबले खेले गए, जिनमें विभिन्न अकादमियों के उभरते खिलाड़ियों के प्रदर्शन से एक बात साफ हो गई है कि दिल्ली में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। खासकर, ट्रांजिशन एफए के खिलाड़ियों ने प्रभावित किया और 15 एवं 17 साल तक के आयु वर्गों के खिताब जीतने में सफल रही। 19 साल वर्ग में दिल्ली इलीट एफसी विजेता रही, जबकि इंडिया यूनाइटेड एफए ने दूसरा स्थान पाया।
आयोजन समिति के चेयरमैन बिक्रमजीत के अनुसार, अंडर-13 का फाइनल खेला जाना बाकी है, जिसमें 23 टीमों की भागीदारी रही है। एचसीएल फ्यूचर स्टार्स लीग के अलग-अलग आयु वर्ग में विभिन्न अकादमियों के उभरते खिलाड़ियों की संख्या लगातार बढ़ रही है जो कि इस बात का संकेत है कि देश की राजधानी में फुटबॉल के प्रति खिलाड़ियों और अभिभावकों की रुचि बढ़ी है। 15 साल वर्ग में 21 टीमों, 17 साल वर्ग में 19 और 19 साल वर्ग में 23 टीमों ने भाग लिया।
डीएसए अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने बताया कि चार आयु वर्गों के आयोजनों में दर्जनों प्रतिभावान खिलाड़ी उभर कर आए हैं, जिन्हें डीएसए ने चिन्हित किया है। उनके अनुसार, दिल्ली की फुटबॉल को स्वावलंबी बनाने के लिए फ्यूचर स्टार्स यूथ लीग मील का पत्थर साबित होगी। उनके अनुसार, दिल्ली के फुटबॉल प्रेमियों और पूर्व खिलाड़ियों को हमेशा यह शिकायत रही है कि दिल्ली के अपने कहे जाने वाले खिलाड़ी लगातार घट रहे हैं। यह सही है कि लेकिन छोटे आयु वर्ग के आयोजनों के खिलाड़ी भविष्य में राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। अनुज ने आयोजन समिति के चेयरमैन बिक्रमजीत, कन्वीनर डीएस रावत ‘धन्नी’ और को-कन्वीनर बिजेंद्र कुमार, दिल्ली एफसी की युवा टीम के प्रयासों की तारीफ की और कहा कि चार वर्गों में लीग आयोजन की कामयाबी का श्रेय टीम वर्क को जाता है।