भैरगांव ने जीता देवभूमि महाकौथिग क्रिकेट खिताब
- भैरगांव यादगार क्रिकेट क्लब ने फाइनल में पहाड़ बॉयज वेटरन क्लब को 57 रन से हराया
- मैन ऑफ द मैच रहे सुभाष भंडारी ने 86 रनों की धांसू पारी खेलने के बाद दो विकेट भी हासिल किए
- विजेता टीम को लोर हर्बल बास्केज प्राइवेट लिमिटेड के मुकेश खंतवाल ने एक लाख 21 हजार की विजेता राशि दी
- उप-विजेता टीम पहाड़ बॉयज को 75 हजार की पुरस्कार राशि गढ़वाल हितैषिणी सभा के महासचिव पवन कुमार मैठाणी द्वारा प्रदान की गई
- विजेता और उप-विजेता की ट्रॉफियां माता पार्वती देवी चैरीटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष महावीर सिंह राणा ने प्रदान की
संवाददाता
नई दिल्ली: भैरगांव यादगार क्रिकेट क्लब ने 64 टीमों के छठे देवभूमि स्पोर्ट्स महाकौथिग क्रिकेट टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है। भैरगांव यादगार क्रिकेट क्लब ने रविवार को जामिया मिलिया नवाब पटौदी स्टेडियम मैदान पर खेले गए एकतरफा फाइनल में पहाड़ बॉयज वेटरन क्लब को 57 रन से हराया।

खिताबी मुकाबले में भैरगांव ने बल्ले से दमदार प्रदर्शन करते हुए 20 ओवर में चार विकेट पर 199 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और फिर गेंद से भी धारदार प्रदर्शन करते हुए 200 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पहाड़ बॉयज 19.4 ओवर में 142 रन पर ढेर कर दिया। मैन ऑफ द मैच रहे सुभाष भंडारी ने 86 रनों की धांसू पारी खेलने के बाद दो विकेट भी हासिल किए।

विजेता टीम भैरगांव को लोर हर्बल बास्केज प्राइवेट लिमिटेड के मुकेश खंतवाल द्वारा एक लाख 21 हजार की विजेता राशि दी गई। उप-विजेता टीम पहाड़ बॉयज वेटरन क्लब को 75 हजार की पुरस्कार राशि गढ़वाल हितैषिणी सभा के महासचिव पवन कुमार मैठाणी द्वारा प्रदान की गई। विजेता और उप-विजेता टीमों की ट्रॉफी माता पार्वती देवी चैरीटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष महावीर सिंह राणा द्वारा प्रदान की गई। खिलाड़ियों और अतिथियों ने आयोजन समिति के प्रमुख अर्जुन सिंह कंडारी और अनिल रौथाण के अथक प्रयासों को सराहा।

प्रमुख समाजसेवी नरेन्द्र लड़वाल ने दीप प्रज्वलित व झंडारोहन कर फाइनल मैच की शुरुआत की। विशिष्ट अतिथि के रूप में वनजूस के संस्थापक दीपक बनियाल, एसीपी ललित मोहन नेगी, अर्जुन सिंह कंडारी, महावीर राणा आदि हस्तियां उपस्थित रही। फाइनल के चलते उत्तराखंड की लोक संस्कृति और लोक संगीत का रंगारंग कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र बना। इस अवसर पर अनिल रौथाण ने बताया कि टूर्नामेंट में 64 टीमों के 960 खिलाड़ियों ने भाग लिया जो कि अपने आप में अनोखा रिकॉर्ड है।

