- ओलम्पिक पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय टेनिस खिलाड़ी लियंडर पेस को सम्मानित किए जाने को लेकर खेल जगत में भारतीय टेनिस की चर्चा फिर से शुरू हो गई है
- सम्मान समारोह की अध्यक्षता महिला टेनिस की सर्वकालिक महान खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा कर रही थीं, जो लियंडर पेस की मिक्सड डबल्स पार्टनर भी रही है
- लियंडर पेस ओलम्पिक विजेता जीतने वाले एकमात्र भारतीय हैं साथ ही उनके नाम आठ पुरुष डबल्स और मिक्सड डबल्स खिताब हैं
- वह सात बार ओलम्पिक खेले, डेविस कप में भारत का झंडा बुलंद करा और 45 डेविस कप मैच जीते, 37 हफ्तों तक दुनिया के नंबर एक डबल्स खिलाड़ी बने रहे
राजेंद्र सजवान
ओलम्पिक गेम्स 2024 की शुरुआत से पहले भारत के खाते में कुछ खुशखबरियों का आना शुभ लक्षण माना जा रहा है। ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ‘ओलम्पिक ऑर्डर’ सम्मान मिलना, सेठानी नीता अंबानी का फिर से आईओसी की सदस्य बनाना, हाल ही में महान टेनिस खिलाड़ी लियंडर पेस को और देश के सर्वकालीन श्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी विजय अमृतराज को इंटरनेशनल टेनिस हॉल ऑफ फेम में स्थान दिया जाना पेरिस ओलम्पिक से पहले यादगार उपलब्धियां रहीं। खासकर, टेनिस के एकमात्र ओलम्पिक पदक विजेता लियंडर पेस को सम्मानित किए जाने को लेकर खेल जगत में भारतीय टेनिस की चर्चा फिर से शुरू हो गई है। उन्होंने ‘हॉल ऑफ फेम’ अपनी बेटी अयाना के हाथों ग्रहण किया। सम्मान समारोह की अध्यक्षता महिला टेनिस की सर्वकालिक महान खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा कर रही थीं, जो कि 59 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता हैं और लियंडर पेस की मिक्सड डबल्स पार्टनर भी रही है। मार्टिना के साथ जोड़ी बनाकर लियंडर ने 2003 में विम्बलडन और ऑस्ट्रेलियन ओपन जीते थे।
लियंडर पेस ओलम्पिक विजेता जीतने वाले एकमात्र भारतीय हैं। लेकिन आठ पुरुष डबल्स और मिक्सड डबल्स खिताब, सात बार ओलम्पिक खेलना, डेविस कप में भारत का झंडा बुलंद करना और 45 डेविस कप मैच जीतना, 37 हफ्तों तक दुनिया के नंबर एक डबल्स खिलाड़ी बने रहना जैसे अंतर्राष्ट्रीय सम्मान पाने वाले लियंडर ने महेश भूपति के साथ जोड़ी बनाकर अंतर्राष्ट्रीय टेनिस में जो तहलका मचाया उसका बखान खुद मार्टिना नवरातिलोवा में किया और कहा कि लियंडर ने अपने परिवार, अपने खेल और सबसे ज्यादा अपने देश भारत को गौरवान्वित किया।
लियंडर पेस और उनके पिता वेस पेस ऐसे पुत्र और पिता है, जिन्होंने भारत के लिए ओलम्पिक पदक जीता है। 1996 के अटलांटा ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाले लियंडर पेस के पिता जाने-माने हॉकी खिलाड़ी थे और 1972 के म्यूनिख खेलों में कांस्य जीतने वाली टीम के सदस्य थे। तारीफ की बात यह है कि उनकी मां जेनीफर पेस ने 1980 के एशियाड में भारतीय बास्केटबॉल टीम का नेतृत्व किया था।