शर्म करो… चुल्लू भर पानी में डूब मरो… लात मारो ऐसी फुटबॉल को!
- भारतीय फुटबॉल टीम की बांग्लादेश के हाथों हार के बाद हर जगह हो रही है किरकिरी
राजेंद्र सजवान
पडोसी मुल्क बांग्लादेश का पारा दो कारणों से बेहद गरमाया हुआ है। आवामी लीग की प्रमुख और पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना को मौत की सजा सुनाए जाने के विरोध में पूरे देश में शटडाउन के कारण तनाव की स्थिति है। दूसरा कारण बांग्लादेश के हाथों भारतीय फुटबॉल की मौत के चलते उत्साह और उन्माद का पारा सातवें आसमान पर जा चढ़ा है। यह वही देश है जिसे भारतीय सैनिकों ने जान माल की बाजी लगा कर पैदा किया, पाकिस्तान से अलग-थलग कर नया नाम सम्मान दिलाया। अब वही देश भारत को आंखें दिखा रहा है, भारत के अहसान का बदला उसकी फुटबॉल को नीचा दिखा कर ले रहा है। एएफसी एशियान कप के एक मुकाबले में बांग्लादेश ने भारतीय टीम पर जीत दर्ज कर अपने देशवासियों को नायाब तोहफा दिया तो साथ ही भारतीय फुटबॉल की जली हुई चमड़ी पर नमक और तेज़ाब का घोल रगड़-रगड़ कर मसला जा रहा है।

भारतीय टीम की हार के बाद विजेता और उसके लाखों चाहने वाले चटखारे लेकर कह रहे हैं कि भारतीय फुटबॉल को हैसियत का आईना दिखा दिया गया है। उन्हें अपने खिलाड़ियों पर इसलिए गर्व है क्योंकि भारत को हराने के लिए पिछले बाइस सालों से इन्तजार कर रहे थे। इस जीत के बाद बांग्लादेश में ऐसा माहौल है मानो दुनिया जीत ली हो। इसलिए क्योंकि जिस भारत ने उन्हें पाकिस्तान के चंगुल से मुक्त किया उसके साथ रिश्ते लगातार बिगड़ रहे हैं, जिनका असर खेल मैदानों में भी नज़र आता है। अर्थात आने वाले दिनों में भारत के रिश्ते बांग्लादेश के साथ भी पाकिस्तान सरीखे हो सकते हैं। लेकिन जहां तक फुटबॉल की बात है तो भारत में अपने खिलाड़ियों, और टीम प्रबंधन को जम कर कोसा जा रहा है। फुटबॉल प्रेमियों की कुछ टिप्पणियां हैं, “लानत ऐसी फुटबॉल पर… बस अब पाकिस्तान और श्रीलंका से पिटना बाकी है… कृपया भीगी बिल्लियों को ब्लू टाइगर ना बोलें.. शर्म आती है… ऐसी टीम को चुल्लू भर पानी काफी है… टीम प्रबंधन को डूब मरना चाहिए और फेडरेशन अधिकारी तुरंत इस्तीफा दें… लात मारो ऐसी फुटबॉल को… आदि आदि…।”

उधर, बांग्लादेश के फुटबॉल प्रेमी और खिलाड़ी भी नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। सोशल मीडिया पर भर-भर कर गालियां दी जा रही हैं। कह रहे हैं, “हेंकड़ी निकल गई… फुटबॉल का पाठ पढ़ा दिया… आने वाले दिनों में मुंह दिखाने लायक नहीं छोडेंगे… जो मज़ा इंडिया को पीटने में है इश्क-प्यार में भी नहीं है…।” कुल मिला कर बांग्लादेश ने भारतीय फुटबॉल की हवा निकाल दी है और उसे वहां ला खड़ा किया है जहा से बाहर निकलने और वापसी की कोई सूरत नज़र नहीं आती।

