सातवां दिन: मनु भाकर ने पदकों की हैट्रिक की ओर कदम बढ़ाया

  • एक ओलम्पिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी मनु शनिवार को 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल्स में खेलेंगी
  • वह आज क्वालीफिकेशन राउंड में (प्रिसिजन में 294 और रैपिड में 296) कुल 590 अंक हासिल करके दूसरे स्थान पर रही  

संवाददाता

पेरिस ओलम्पिक गेम्स में अब तक भारत के लिए दो कांस्य पदक जीत चुकी मनु भाकर ने हैट्रिक की ओर पहला कदम बढ़ा दिया है, क्योंकि उन्होंने 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है। शुक्रवार को खेलों को महाकुंभ के सातवें दिन मनु ने शैटॉरौक्स के नेशनल शूटिंग सेंटर में शानदार निशानेबाजी का सिलसिला जारी रखा और क्वालीफिकेशन राउंड में दूसरा स्थान हासिल करके फाइल्स में प्रवेश किया। उन्होंने (प्रिसिजन में 294 और रैपिड में 296) कुल 590 अंक हासिल किए। इस स्पर्धा में दूसरी भारतीय शूटर एशा सिंह (प्रिसिजन में 291 और रैपिड में 290) कुल 581 अंकों के साथ 18वें स्थान पर रहीं। मनु भारत के कुल तीन पदकों में से ब्रॉन्ज जीत चुकी हैं जबकि तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने जीता है। स्वप्निल ने कल प्रतियोगिता के छठे दिन पुरुष व्यक्तिगत 50 मीटर थ्री पोजीशन राइफल स्पर्धा के फाइनल्स में 451.4 अंक बटोर कर तीसरा स्थान हासिल करके अपने पहले ही ओलम्पिक में मेडल जीता था। उससे पहले प्रतिभाशाली शूटर मनु मंगलवार को एक ओलम्पिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थी। वह सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा और रविवार को महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।

  • धीरज और अंकिता की जोड़ी ब्रॉन्ज मेडल मैच हारी

तीरंदाजी मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत के धीरज बोम्मदेवारा और अंकिता भक्त ब्रॉन्ज मेडल से चूक गई। भारतीय जोड़ी को कांस्य पदक के लिए प्लेऑफ मुकाबले में अमेरिका के ब्रैडी एलिसन और कैसी कौफोल्ड ने 6-2 से पराजित किया। इससे पहले भारतीय टीम सेमीफाइनल में दक्षिण कोरियाई जोड़ी वूजिन किम और सेहयेओन लिम के हाथों 2-6 से हार गई थी। क्वार्टर फाइनल में धीरज और अंकिता ने स्पेन की टीम पाब्लो गोंजालेज एचा और एलिआ कनालेस को 5-3 से हराया था। सुबह भारतीय जोड़ी ने राउंड ऑफ 16 मुकाबले में इंडोनेशियाई जोड़ी आरिफ पांगेस्तु और डिआनांडा चोइरुनिसा को 5-1 से पराजित किया।

  • लक्ष्य सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले पुरुष शटलर बने

   बैडमिंटन स्पर्धा में लक्ष्य सेन सेमीफाइनल में पहुंचने वाले भारत के पहले पुरुष शटलर बन गए हैं। उन्होंने यह कारनामा पुरुष एकल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में चाइनीज ताइपे के चोउ टिएन चेन को 19-21, 21-15, 21-12 से हराकर किया। 75 मिनट तक चला यह मुकाबले बेहद संघर्षपूर्ण रहा। लक्ष्य कड़े संघर्ष के बाद पहला गेम हारे, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को लंबी रैलियां खेलकर थकाया, जिसके अपना पूरा दमखम बरकरार रखते हुए अगले दो गेम जीतकर वापसी की।

   इस तरह लक्ष्य बैडमिंटन में भारत की अकेली पदक की उम्मीद बने हुए हैं। 22 वर्षीय युवा खिलाड़ी ने गुरुवार को दो भारतीयों के बीच खेले गए प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अपने से दस साल बड़े हमवतन खिलाड़ी एचएस प्रणय को मात्र 39 मिनट में सीधे गेमों में 21-12, 21-6 से हराया था।

  • भारतीय हॉकी की ऑस्ट्रेलिया पर ऐतिहासिक जीत   

   यवेस-डू-मानोइर स्टेडियम में खेली जा रही हॉकी स्पर्धा से  भारत के लिए अच्छी खबर आई है। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-2 हरा दिया। 1972 के ओलम्पिक के बाद यह भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली जीत है। भारत की ऐतिहासिक जीत में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 13वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर और 32वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल किए जबकि भारत का पहला गोल फॉरवर्ड अभिषेक ने 12वें मिनट में दागा। इस मुकाबले में उम्मीदों के विपरीत भारतीय टीम शुरू से हावी रही और अभिषेक के गोल से बढ़त बनाई। कप्तान हरमनप्रीत के गोल से उसकी बढ़त पहले क्वार्टर के खत्मे के समय 2-0 थी। हालांकि मध्यांतर के बाद दूसरे क्वार्टर में थॉमस क्रेग के 25वें मिनट में गोल से ऑस्ट्रेलिया ने वापसी का प्रयास किया।

लेकिन तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में कप्तान ने पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में तब्दील करके भारत की बढ़त को 3-1 कर दिया। आखिरी क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया के लिए ब्लैक ग्रोवर्स ने 55वें मिनट में गोल जरूर किया लेकिन कंगारू टीम जीतना तो दूर बराबरी भी नहीं कर पाई। इस जीत से भारत ने पूल बी में दूसरे स्थान पर रहकर ग्रुप दौर का अपना अभियान पूरा किया और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। भारत ने पांच मैचों में तीन जीत, एक ड्रा और एक हार से नौ अंक अर्जित किए। बेल्जियम अब तक खेले अपने चारों मैच जीतकर 12 अंकों के साथ पूल बी के शीर्ष पर है।

  • तुलिका मान केवल 28 सेकेंड में हारी

   जूडो में तुलिका मान भारत की एकमात्र खिलाड़ी पेरिस में गई थी, लेकिन वह अपना पहला मुकाबला मात्र 28 सेकेंड में हार कर घर वापसी का टिकट कटा बैठी। तुलिका को महिला 78+ किलोग्राम भार वर्ग में राउंड ऑफ 32 मुकाबले में क्यूबा की इडेल्यस ओर्टिज ने चैम्प-डे-मार्स एरेना के मैट पर पटका और फिर ऐसी जकड़ बनाई कि एक ही झटके में इप्पोन हासिल किया। इस दांव के आगे पस्त हुई भारतीय जूडोका 0-10 से मुकाबला गंवा बैठी।

  • पोडियम से दूर 23वें स्थान पर रही बलराज पंवार की किश्ती

   रोइंग की पुरुष सिंगल स्कल स्पर्धा में पदक की होड़ से बाहर हो चुके भारत के बलराज पंवार ने शुक्रवार को अपनी अंतिम रेस में शिरकत की। उन्होंने 7 मिनट 02.37 सेकेंड का अपना सबसे बेहतर समय निकालकर 2000 मीटर की नॉन मेडल फाइनल पूरी की और 23वें स्थान पर रहकर अपना अभियान समाप्त किया। इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल की हीट सीडी 1 में 7 मिनट 04.97 सेकेंड का समय निकालकर छठी रैंक हासिल की। वह पोडियम की लड़ाई से बाहर हो चुके हैं लेकिन फाइनल (नॉन-मेडल) स्पर्धा में उतरेंगे। वह मंगलवार को क्वार्टर फाइनल की चौथी रेस में 7 मिनट 05.10 सेकेंड समय के साथ पांचवें स्थान पर रहे और पदक की होड़ से बाहर होने के बाद रेलिगेशन राउंड में शिरकत की। इससे पहले प्रतियोगिता के दूसरे दिन रविवार को उन्होंने रेपचेज राउंड 2 में 15 सौ मीटर की दूरी को 7 मिनट 12.41 सेकेंड समय में पूरा किया और दूसरे स्थान पर रहे।

  • पारुल और अंकिता महिला 5000 मीटर दौड़ के पहले राउंड में लड़खड़ाई

   एथलेटिक्स में भारत की पारुल चौधरी और अंकिता ध्यानी ट्रैक पर उतरीं। महिला 5000 मीटर दौड़ में पारुल ने 15 मिनट 10.68 सेकेंड का समय निकाला, जो कि उनका इस सीजन का सबसे श्रेष्ठ समय है लेकिन यह उनको अगले राउंड के लिए क्वालिफाई करने के लिए काफी नहीं था। वह राउंड 1 की हीट 2 में 14वें स्थान पर रहीं। इस स्पर्धा में दूसरी भारतीय धाविका अंकिता 16 मिनट 13.38 सेकेंड समय में राउंड 1 की अपनी हीट 1 पूरी की और 20वें स्थान पर रही।

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