- पेरिस ओलम्पिक गेम्स में भारत की सबसे बड़ी पदक की उम्मीद नीरज चोपड़ा अपनी स्पर्धा जेवेलिन थ्रो के फाइनल्स में पहुंच गए
- नीरज ने क्वालीफिकेशन दौर में अपने पहले ही प्रयास में 89.34 मीटर की दूरी तक भाला फेंका जबकि किशोर कुमार जेना 80.73 मीटर तक भाला फेंककर 84 मीटर का क्वालीफिकेशन मार्क तक नहीं पहुंच पाए
- चर्चित पहलवान विनेश फोगाट ने भी टोक्यो ओलम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता पर शानदार जीत से शुरुआत की
संवाददाता
पेरिस ओलम्पिक गेम्स में भारत की सबसे बड़ी पदक की उम्मीद नीरज चोपड़ा सीजन बेस्ट के साथ अपनी स्पर्धा जेवेलिन थ्रो के फाइनल्स में पहुंच गए हैं जबकि टोक्यो ओलम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता पर शानदार जीत से शुरुआत करने वाली विनेश फोगाट फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला और दूसरी पहलवान बन गई हैं। पेरिस में अब तक भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि मनु भाकर के दो कांस्य और शूटिंग से कुल तीन ब्रॉन्ज रहे हैं। तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने खोलों के महाकुंभ के छठे दिन पुरुष व्यक्तिगत 50 मीटर थ्री पोजीशन राइफल स्पर्धा में जीता है। मनु शैटॉरौक्स के नेशनल शूटिंग सेंटर में 20 जुलाई को एक ओलम्पिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थी। वह चौथे दिन सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा और दूसरे दिन महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।
- नीरज पहले ही प्रयास में 90 मीटर के करीब पहुंचे, किशोर जेना बाहर
अपनी स्वर्णिम सफलता को दोहराने के इरादे से पेरिस आए टोक्यो ओलम्पिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने उम्मीदों के अनुरूप शानदार शुरुआत की। पुरुष जेवेलिन थ्रो स्पर्धा के ग्रुप बी मुकाबले में नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 89.34 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया। उनके सीजन बेस्ट प्रयास से पहले स्पर्धा में अन्य भारतीय किशोर कुमार जेना 84 मीटर का क्वालीफिकेशन मार्क तक नहीं पहुंच पाए। ग्रुप ए में उन्होंने 80.73 मीटर तक भाला फेंका, लेकिन यह उन्हें आगे बढ़ाने के लिए नाकाफी रहा।
- वर्ल्ड नंबर 1 चीन से हारकर भारतीय पुरुष टेटे टीम बाहर
टेबल टेनिस की पुरुष टीम स्पर्धा में भारतीय टीम अपना पहला मुकाबला हार कर बाहर हो गई है। भारत को पुरुष टीम स्पर्धा के राउंड ऑफ 16 मुकाबले में शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन ने 3-0 से शिकस्त दी। टीम स्पर्धा का पहला मुकाबला युगल मैच था, जिसमें हरमीत देसाई और मानव ठक्कर की जोड़ी चीन के लॉन्ग मा और चुकिन वांग के हाथों सीधे गेमों में -2-11, 3-11, 7-11 से हार गई और भारत शुरुआत में ही पिछड़ गया। इसके बाद स्पर्धा के दूसरे मुकाबले में पांच ओलम्पिक गेम्स के अनुभवी 41 वर्षीय अचंत शरथ कमल ने शुरुआत में जरूर संघर्ष किया लेकिन उन्हें फान झेनडोंग से 11-8, 11-7, 11-7, 11-5 से हार मिली, जिससे चीन 2-0 से आगे हो गया। स्पर्धा के तीसरे मुकाबले में मानव ठक्कर भी चीनी प्रतिद्वंद्वी चुकिन वांग के आगे टिक नहीं पाए और 11-9, 11-6, 11-9 से हार गए। इस तरह चीन 3-0 की जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में पहुंच गया जबकि भारतीय पुरुषों की चुनौती टेबल टेनिस से खत्म हो गई।
- विनेश ने फाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास
भारत की चर्चित महिला पहलवान विनेश फोगाट ने महिला 50 किलोग्राम कैटगरी के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है, क्योंकि वह खिताबी कुश्ती में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला व दूसरी पहलवान बन गई हैं। उनसे पहले सिल्वर मेडलिस्ट सुशील कुमार 2012 के लंदन ओलम्पिक में अपनी स्पर्धा के फाइनल में पहुंचे थे। चैम्प-डे-मार्स एरेना में खेली गई सेमीफाइनल कुश्ती में क्यूबा की गुजमैन लोपेज को 5-0 से हराकर अपना पदक पक्का कर लिया है। क्वार्टर फाइनल कुश्ती में उन्होंने आठवीं सीड यूक्रेन की ओसांका लिवाच को 7-5 से हराया। विनेश ने अपने अभियान की शुरुआत एक उलटफेर भरी जीत से की थी, जब राउंड ऑफ 16 मुकाबले में विनेश ने शीर्ष वरीयता प्राप्त जापानी पहलवान युई सुसाकी को 3-2 से हराया। वह जापानी पहलवान के खिलाफ कुश्ती खत्म होने के 5 मिनट 50 सेकेंड तक 0-2 से पिछड़ रही थी लेकिन अंतिम 10 सेकेंड में विनेश ने ऐसा दांव लगाया कि वह कुश्ती जीत गई। विनेश के हाथों हार के चलते चार बार की वर्ल्ड चैम्पियन युई अपने खिताब की रक्षा करने में नाकाम रही।
उधर, शूटिंग से आए तीन ब्रॉन्ज की बदौलत भारत ने पेरिस ओलम्पिक गेम्स की पदक तालिका में 11वें दिन भारत संयुक्त 60वें स्थान पर है। खबर लिखे जाने तक चीन टॉप पर है। उसके खाते में 22 स्वर्ण, 19 रजत व 14 कांस्य हैं। अमेरिका 21 स्वर्ण, 30 रजत और 28 कांस्य के साथ दूसरे स्थान पर है। ऑस्ट्रेलिया तीसरे स्थान पर है, जो 14 स्वर्ण, 12 रजत और 8 कांस्य झटक चुका है।