चीनी दबदबे के बीच विवान और अनंत ने भारतीय प्रशंसकों को खुशी मनाने का मौका दिया

  • जयपुर के विवान कपूर ने पुरुष ट्रैप स्पर्धा के सिल्वर के रूप में सीनियर स्तर पर पहला व्यक्तिगत आईएसएसएफ पदक जीता
  • ओलंपियन अनंतजीत सिंह नरुका ने पुरुषों की स्कीट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता
  • चीन पांच स्वर्ण और तीन कांस्य समेत आठ पदकों के साथ तालिका में शीर्ष स्थान पर रहा

संवाददाता

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर 2024: आईएसएसएफ वर्ल्ड कप फाइनल राइफल/पिस्टल/शॉटगन नई दिल्ली 2024 के अंतिम दिन गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी के डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज मौजूद सैकड़ों भारतीय शूटिंग प्रेमियों को दो बार जश्न मनाने का मौका मिला, जब जयपुर के विवान कपूर ने पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता, जो सीनियर स्तर पर पहला व्यक्तिगत आईएसएसएफ पदक था, जबकि अनंतजीत ने पुरुषों की स्कीट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

   इन दोनों के शानदार प्रदर्शन के बाद भारत दो रजत और दो कांस्य पदकों के साथ नौवें स्थान पर रहा, जबकि चीन ने पांच स्वर्ण और तीन कांस्य पदकों के साथ तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। सात अन्य देशों, इटली, जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, डेनमार्क, सैन मैरिनो और यूएसए ने एक-एक स्वर्ण पदक जीता। इटली एक स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य के साथ दूसरे स्थान पर रहा और जर्मनी ने एक स्वर्ण और दो रजत के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया। आईएसएसएफ के वार्षिक कैलेंडर के इस अंतिम व प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में 37 देशों ने भाग लिया, जिनमें से 14 देशों की झोली में पदक आए।

   प्रतियोगिता के अंतिम इवेंट पुरुष ट्रैप फाइनल में विवान कपूर निशाना साधने उतरे, जिसमें दो ओलंपिक चैंपियन, पेरिस ओलंपिक रजत पदक विजेता और एक पूर्व विश्व चैंपियन जैसे हैवीवेट शिरकत कर रहे थे। दिग्गज शूटरों से सामना करते हुए उन्होंने नर्वस हुए बिना अपना प्रदर्शन पर ध्यान दिया और वह 50 शॉट के फाइनल में दमखम दिखाते हुए 44 अंक बटोर कर दूसरा स्थान पर रहे, जबकि पेरिस रजत पदक विजेता चीनी शूटर क्यू यिंग ने 47 अकों के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। तुर्किये के टोलगा ट्यून्सर (35 अंक) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। विवान फाइनल में शानदार प्रदर्शन के बाद शांत और विनम्र नजर आए और उन्होंने कहा, “यह सफलता भगवान की कृपा और मेरे कोच (कुवैत के पूर्व विश्व चैंपियन खालिद अलमुदाफ) के प्रयासों का नतीजा था।”

   अनंतजीत सिंह नरुका आज 60 शॉट वाले पुरुष स्कीट फाइनल के शुरुआत दस शॉट्स में दो बार चूक गए। इसके बाद उन्होंने खराब शुरुआत से उबरते हुए 50 में से 43 अंकों पर निशाना लगाकर अपना अभियान पोडियम पर समाप्त किया। वह इतालवी शूटरों टैमारो कैसांद्रो (57 अंकों के साथ स्वर्ण) और डबल ओलंपिक चैंपियन गैब्रिएल रोसेटी (56 अंकों के साथ रजत) के ठीक पीछे रहे। फाइनल के बाद अनंतजीत ने कहा, “मैं आज बहुत उत्साहित था और चौथे या पांचवें स्थान पर नहीं रहना चाहता था, बल्कि आज पदक जीतना चाहता था। मैं बहुत खुश हूं कि मैं ऐसा कर पाया।”

   जैसा की आप जानते हैं कि अनंतजीत हांग्जो में एशियन गेम्स में रजत पदक जीतकर आगे बढ़ते नजर रहे थे लेकिन पेरिस में अपने पहले ओलंपिक में माहेश्वरी चौहान के साथ मिलकर स्कीट मिक्स्ड टीम का कांस्य पदक जीतने से चूक गए और चौथे स्थान पर रहे। लिहाजा, आज प्रतिष्ठित आईएसएसएफ प्रतियोगिता में उनका कांस्य पदक व्यक्तिगत पदक सही समय पर आया है और वो भी अपने घरेलू मैदान डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग में।

   दिन के अन्य दो फाइनल में, यूएसए की सामंथा सिमोंटन ने 56 के स्कोर के साथ महिला स्कीट स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता, उन्होंने इतालवी डबल ओलंपिक चैंपियन और दिग्गज डायना बैकोसी को पछाड़ दिया, जिन्होंने 54 का स्कोर बनाया। फ्रांस की लूसी अनास्तासियो ने कांस्य पदक जीता। भारत की गनीमत सेखों 16 अंकों के साथ फाइनल में बाहर होने वाली पहली शूटर थीं। हालांकि यूएसए की डायना जो विज्जी और दिग्गज डायना बैकोसी भी 20 में से 16 अंकों के साथ लड़खड़ा रही थीं लेकिन सबसे निचला बिब नंबर (6) होने के कारण गनीमत बाहर हुई।  महिला ट्रैप स्पर्धा में, सैन मैरिनो की शूटक एलेसेंड्रा पेरिली ने फाइनल में 45 अंक हासिल करके स्वर्ण पदक जीता। वह रजत जीतने वाली इतालवी एरिका सेसा से छह अंकों से आगे रहीं। तुर्किये की सफी टेमिजडेमिर (33 अंक) ने कांस्य पदक जीता।

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