क्योंकि भारत खो खो कि सुपर पावर है

  • खो खो वर्ल्ड कप में भारत की महिला और पुरुष टीमें आसानी से जीतीं
  • पुरुष टीम को उद्घाटन मुकाबले में नेपाल पर जीत दर्ज करने में थोड़ी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन ब्राजील को हराने में ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा
  • महिला टीम ने दक्षिण कोरिया को आसानी से हराया

राजेंद्र सजवान

भारत की मेजबानी में खेले जा रहे पहले खो खो वर्ल्ड कप में मेजबान महिला और पुरुष टीमें आसानी से अपने प्रतिद्वन्दवियों को हराते हुए खिताब की तरफ कदम बढ़ा रही हैं। भले ही पुरुष टीम को नेपाल के विरुद्ध उद्घाटन मुकाबले में थोड़ी मेहनत करनी पड़ी पर ब्राजील को हराने में भारतीय पुरुष खिलाड़ियों को ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा। उधर, दक्षिण कोरिया को आसानी से हराने वाली महिला टीम के प्रदर्शन को देख कर यह तो कहा ही जा सकता है कि कोरियाई  खिलाडियों ने अभी खो खो का पहला सबक भी ढंग से नहीं पढ़ा है।

175-18 का स्कोर सारी कहानी बताता है। हालांकि भारतीय चीफ कोच सुमित भाटिया और मुन्नी जून ने आसान जीत पर बयान दिया कि उनके खिलाड़ी पिछले कई सालों से गहरा अभ्यास कर रहे हैं। लेकिन कोरियाई खिलाडियों की फिटनेस, स्टेमिना और दमखम देख कर नहीं लगता कि वे गंभीर ट्रेनिंग के बाद वर्ल्ड कप खेलने आए हों। भारतीय मूल के कोरियई कोच के अनुसार भारत खो खो की सुपर पावर है और उसे  हराने के बारे में शायद हीं कोई देश सोच रहा होगा।

   सुमित भाटिया कहते हैं कि नेपाल के अलावा इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड,  बांग्लादेश, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और ईरान टक्कर दे सकते हैं लेकिन अभी उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। सहायक कोच मुन्नी जून को इस बात की खुशी हैं कि भारत वर्ल्ड कप आयोजित कर रहा हैं। हरियाणा की जानी-मानी खिलाड़ी और कोच का कहना है कि कुछ साल पहले तक वह खो खो को अपनाने पर दुखी थी लेकिन फेडरेशन अध्यक्ष सुधांशु मित्तल और महासचिव त्यागी ने खेल की दशा दिशा बदल दी है। टीम कप्तान प्रियंका इसलिए उत्साहित है क्योंकि खो खो खिलाड़ियों को सम्मान के साथ-साथ रोजगार भी मिल रहा है और आज बहुत से सरकारी और गैर सरकारी विभागों में खिलाडियों को भर्ती किया जा रहा है।

   नेपाल को 42- 37 से हरा कर पहली जीत दर्ज करने वाले भारतीय खिलाड़ियों ने अपने दूसरे मुकाबले में ब्राजील को 64-37 से हराया। भले ही ब्राजील ने टक्कर दी लेकिन भारतीय खिलाड़ियों की सूझबूझ का उनके पास कोई जवाब नहीं था। भारतीय कोच अश्वनी कुमार और कप्तान प्रतीक वाईकर ने लगातार दूसरा मैच जीतने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि मैच दर मैच मेजबान टीम के प्रदर्शन में निखार आ रहा है। पराजित टीम ने हार के लिए खिलाड़ियों की अनुभवहीनता को बड़ा कारण बताया। लेकिन साथ ही कहा कि अगले वर्ल्ड कप में ब्राजील एकदम बदली टीम होगी।

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