क्योंकि फुटबॉल की टक्कर का कोई खेल नहीं है!
- फुटबॉल दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा खेले जाने वाला खेल है
- पेले, माराडोना, रोनाल्डो सीनियर, क्रिस्चियानो रोनाल्डो, मेस्सी, और सैकड़ों अन्य खिलाड़ियों ने अपने खेल का कद विशालतम बनाया
- इसके सामने बाकी खेल बहुत बौने होते चले गए और कुछ तो बहुत छोटे नजर आते हैं
- तैराकी, जिम्नास्टिक, एथलेटिक, मुक्केबाजी, कुश्ती, हॉकी, क्रिकेट आदि खेलों ने विश्व विख्यात खिलाड़ी दिए हैं लेकिन फुटबॉल की बराबरी कोई भी नहीं कर सकता
- लेकिन दुख की बात यह है कि फुटबॉल में हम आगे बढ़ने की बजाय पिछड़ते गए हैं और आज जीरो के आसपास खड़े है
राजेंद्र सजवान
बहुत से मित्रों और खेल प्रेमियों को अक्सर यह शिकायत रहती है कि मैं फुटबॉल पर बहुत ज्यादा लिखता हूं और अन्य खेलों की बहुत कम खबर ले पाता हूं। कुछ खेल प्रेमी पक्षपात का आरोप भी लगाते हैं। लेकिन यह ना भूलें कि फुटबॉल दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा खेले जाने वाला खेल है, जिसके साथ मेरा जुड़ाव तब से है जब मैंने होश संभाला था। तब से जब फुटबॉल के ब्लेडर की टोटी पूरी तरह कवर नहीं थी और आज जो किट (जूते) 5-10 हजार के मिलते हैं कभी 30 से 100 रुपए में उपलब्ध थे।

वक्त के साथ-साथ फुटबॉल का रूप स्वरूप बदला, तकनीक बदली, मैदान की शक्ल सूरत में बदलाव हुआ, कोचिंग अत्याधुनिक हुई टीवी कैमरों ने रेफरी का काम आसान किया लेकिन यदि कुछ नहीं बदला तो फुटबॉल के प्रति आम इंसान की सोच, फुटबॉल से प्यार और समर्पण। भव्यतम स्टेडियम बने, पेले, माराडोना, रोनाल्डो सीनियर, क्रिस्चियानो रोनाल्डो, मेस्सी, और सैकड़ों अन्य खिलाड़ियों ने अपने खेल का कद विशालतम बनाया, जिसके सामने बाकी खेल बहुत बौने होते चले गए और कुछ तो बहुत छोटे नजर आते हैं। बेशक़, तैराकी, जिम्नास्टिक, एथलेटिक, मुक्केबाजी, कुश्ती, हॉकी, क्रिकेट आदि खेलों ने विश्व विख्यात खिलाड़ी दिए हैं लेकिन फुटबॉल की बराबरी कोई भी खेल नहीं कर सकता। दुख की बात यह है कि इस खेल में हम आगे बढ़ने की बजाय पिछड़ते गए हैं और आज जीरो के आसपास खड़े हैं।

बेशक़, फुटबॉल ने भी अपनी हैसियत को समझा है। यही कारण है कि फुटबॉल दुनिया के सबसे बड़े खेल मेले – ओलम्पिक गेम्स का हिस्सा है लेकिन उसके स्टार खिलाड़ी ओलम्पिक से प्राय दूर रहते हैं और फुटबॉल वर्ल्ड कप में खेलते हैं। अर्थात अन्य खेलों के लिए ओलम्पिक से बड़ा कुछ भी नहीं जबकि फुटबॉल वर्ल्ड कप जीतना हर फुटबॉलर का सपना होता है। चूंकि फुटबॉल सबसे बड़ा और सबका खेल है इसलिए उसका कद भी बहुत बड़ा है। लेकिन इस खेल में भारत सालों से फिसड्डियों की कतार में खड़ा है और निरंतर पिछड़ रहा है। फुटबॉल प्रेमी हैरान परेशान हैं। उनके पास अपनी फुटबॉल को कोसने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।

