India's best in Asian boxing with 14 medals

अमित और वरिंदर सेमीफाइनल में , 14 पदकों के साथ भारत का एशियाई मुक्केबाजी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

टोक्यो ओलंपिक के लिए टिकट कटा चुके भारत के पुरुष मुक्केबाज अमित पंघल (52 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) ने दुबई में जारी 2021 एएसबीसी महिला एवं पुरुष एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के तीसरे दिन बुधवार को सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ प्रतियोगिता में भारत का 14वां पदक पक्का कर दिया। भारत ने इन 14 पदकों के साथ प्रतियोगिता में 13 पदकों के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया।

विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुके गत चैंपियन पंघल को 52 किलो ग्राम भार वर्ग के मुकाबले में मंगोलिया के खरखू एनखमंदाख को 3-2 से पराजित किया और सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। दोनों मुक्केबाज जब पिछले साल जॉर्डन के अम्मान में आयोजित एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में भिड़े थे, तब मंगोलियाई मुक्केबाज ने पंघल को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन अंततः पंघल मैच जीतने में सफल रहे थे।

India's best in Asian boxing with 14 medals
अमित पंघल

अमित पंघल सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के मक्केबाज साकेन बिबोसिनोव से भिड़ेंगे। अमित ने साकेन को 2019 विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में हराया था। बाद में अमित ने अपने वर्ग का स्वर्ण जीता था।

मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन पंजाब के मुक्केबाज वरिंदर सिंह (60 किग्रा) ने क्वार्टरफाइनल में फिलीपींस के सेमुअल डेला क्रूज को एकतरफा अंदाज में 5-0 से पीटकर अंतिम चार में जगह बनाई जहाँ उनका सामना ईरान के डेनियल शभाक्ष से होगा।

इससे पहले सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा) और जैस्मीन (57 किग्रा) ने मंगलवार रात अंतिम -4 चरण में जगह बनाई और छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा), लालबुतसाई (64 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और अनुपमा (+81 किग्रा) के साथ जा मिलीं। सिमरनजीत, साक्षी और जैस्मीन की इस सफलता से भारतीय महिलओं ने प्रत्येक भार वर्ग में पदक सुनिश्चित कर लिया है।

शिव थापा और संजीत ने भी पुरुषों के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। देश, अब बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और संयुक्त अरब अमीरात बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किए जा रहे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में कम से कम 14 कांस्य पदक सुनिश्चित कर चुका है और उसने दो साल पहले 13 पदक जीतने के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है।

विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकीं पंजाब की सिमरनजीत ने एशियाई चैंपियनशिप में अपने लगातार दूसरे पदक की ओर कदम बढ़ाते हुए 60 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उज़्बेक मुक्केबाज रेखोना कोदिरोवा को 4-1 से हराया। 2019 में इसी इवेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक जीतने वाली सिमरनजीत अब गुरुवार को सेमीफाइनल में कजाकिस्तान की रिम्मा वोलोसेंको से भिड़ेंगी।

साक्षी और जैस्मिन ने भी अपने-अपने वर्ग में आसान जीत हासिल की। साक्षी ने ताजिकिस्तान की रूहाफ्जो हकाजारोवा को 5-0 से हराकर 2016 की विश्व चैंपियन और कजाकिस्तान की शीर्ष वरीयता प्राप्त मुक्केबाज दीना झोलामन के खिलाफ सेमीफाइनल में भिड़ने का हक हासिल किया।

इसी तरह जैस्मीन ने एशियाई चैंपियनशिप में अपने पहले पदक की ओर कदम बढ़ाते हुए मंगोलियाई मुक्केबाज ओयुंटसेटसेग येसुगेन को 4-1 के अंतर से हराया। जैस्मिन अब सेमीफाइनल में कजाकिस्तान की व्लादिस्लावा कुख्ता का सामना करेंगी। छह बार की विश्व चैंपियन मैरी कॉम सहित सभी 10 भारतीय महिला मुक्केबाज गुरुवार को टूर्नामेंट के चौथे दिन एक्शन में नजर आएंगी। ये सभी अपने-अपने वर्ग में सेमीफाइनल मैच खेलेंगी।

इस बीच मंगलवार की देर रात खेले गए पुरुषों के 91 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में संजीत ने 5-0 से शानदार जीत के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश किया। इसके साथ ही संजीत ने पुरुष वर्ग में देश के लिए दूसरा पदक पक्का किया।इससे पहले दिन में, शिव थापा (64 किग्रा) ने अंतिम -4 में प्रवेश करते हुए एशियाई चैंपियनशिप में अपना लगातार पांचवां पदक पक्का किया। शिवा एशियाई चैम्पियनशिप में इससे पहले एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य जीत चुके हैं।

चैंपियनशिप के तीसरे दिन बुधवार को टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके विकास कृष्ण (69 किग्रा) और आशीष कुमार (75 किग्रा) सहित पांच पुरुष भारतीय मुक्केबाज क्वार्टर फाइनल राउंड में भिड़ेंगे। नरेंद्र (+91) और भी अन्य दो मुक्केबाज हैं जो टूर्नामेंट में जीत के साथ शुरुआत करने और देश के लिए पदक पक्का करने के इरादे से रिंग में उतरेंग। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्ण 69 किग्रा भार वर्ग में ईरान के मोसलेम मालामिर से भिड़ेंगे।

इसी तरह आशीष कुमार (75 किग्रा), जिन्होंने इवेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक जीतने में सफलता पाई थी और नरेंद्र (+91 किग्रा) भी कजाकिस्तान के शक्तिशाली विरोधियों के खिलाफ रिंग में होंगे। आशीष को जहां विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता अबिलखान अमानकुल का सामना करना है वहीं नरेंद्र विश्व चैंपियनशिप में दो बार रजत पदक जीत चुके कामशीबेक कुंकाबायेव के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हैं। खास बात यह है कि कुंकाबायेव एशियाई चैंपियनशिप में अपने लगातार तीसरे पदक का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।

इस आयोजन में अब भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाज अपनी श्रेष्ठता साबित करने का प्रयास कर रहे हैं।

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