अहमदाबाद। मोटेरा का नरेंद्र मोदी स्टेडियम। नया नाम, नयी पिच और टेस्ट क्रिकेट का नया स्वरूप यानि दिन रात्रि का मैच। लेकिन चेन्नई और मोटेरा के विकेट में बहुत अंतर नहीं दिख रहा है।
पहले ही दिन से पिच ने स्पिनरों को मदद दी जिस पर इंग्लैंड के बल्लेबाज बगलें झांकते नजर आये। इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी का फैसला करके 112 रन पर ढेर हो गयी।
भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट पर 99 रन बनाये और अब वह इंग्लैंड से 13 रन पीछे है। रोहित शर्मा 57 रन पर खेल रहे हैं। उन्होंने फिर से बल्लेबाजी का जिम्मा उठा रखा है।
शुभमन गिल (11), चेतेश्वर पुजारा (शून्य) और कप्तान विराट कोहली (27) पवेलियन लौट चुके हैं। अजिंक्य रहाणे दिन के आखिर में क्रीज पर उतरे और उन्होंने एक रन बनाया है। इंग्लैंड की तरफ जैक लीच ने दो और जोफ्रा आर्चर ने एक विकेट लिया है।
पिच पर कल तक घास थी लेकिन जैसे जेम्स एंडरसन ने उम्मीद जतायी थी, मैच से पहले उस पर नाममात्र की घास रह गयी थी। भारतीय स्पिनरों ने फिर से इस पर कमाल दिखाया।
अक्षर पटेल ने अपने दूसरे टेस्ट मैच में 38 रन देकर छह विकेट लिये जबकि अश्विन ने 26 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। एक विकेट अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे इशांत शर्मा को मिला।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जॉक क्राली जिस तरह से खेल रहे थे उससे एकबारगी लगा कि उसके बाकी बल्लेबाज भी हावी होकर खेलना पसंद करेंगे लेकिन अश्विन और अक्षर के सामने उन्होंने बेहद रक्षात्मक रवैया अपनाया और आखिर में यही उन पर भारी पड़ा। क्राली ने 53 रन बनाये जिसमें दस चौके शामिल हैं।
इंग्लैंड के केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिनमें क्राली ने सर्वाधिक 53 रन बनाये जिसमें दस चौके शामिल हैं। उनके अलावा कप्तान जो रूट (12), विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फॉक्स (12) और जोफ्रा आर्चर (11) ही दोहरे अंक में पहुंच पाये। जॉनी बेयरस्टो और डॉम सिब्ली तो खाता भी नहीं खोल पाये जबकि बेन स्टोक्स भी सस्ते में पवेलियन लौटे।
अक्षर सातवें ओवर में गेंदबाजी करने के लिये आये और पहली गेंद पर विकेट लेकर उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर मानसिक दबाव बना दिया।
इससे बल्लेबाज आखिर तक बाहर नहीं निकल सके। पहले सत्र में भारत ने चार विकेट लिये और दूसरे सत्र में उसने बाकी बचे छह विकेट लेकर इंग्लैंड की पारी समाप्त कर दी।
भारत ने भी शुभमन गिल (12) और चेतेश्वर पुजारा के विकेट लगातार ओवरों में गंवाये। पुजारा ने खाता भी नहीं खोला। कोहली जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और लीच की गेंद अपने विकेटों पर खेल गये।
चार मैचों की श्रृंखला के पहले दोनों मैच चेन्नई में खेले गये। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट मैच 227 रन से जीता था तो भारत ने दूसरा मैच 317 रन से जीतकर श्रृंखला बराबर की थी।