रुद्रपुर, 21 मार्च ।: टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली देश की पहली फेंसर (तलवारबाज) भवानी देवी (तमिलनाडु) ने शनिवार को यहां दिल्ली पब्लिक स्कूल में जारी 31वीं सीनियर नेशनल फेंसिंग चैंपियनशिप में महिला सब्रे व्यक्तिगत प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम कर लिया। भवानी ने नौवीं बार यह खिताब अपने नाम किया है।
भवानी ने सब्रे व्यक्तिगत स्पर्धा में अपने शुरूआती पूल मैच में जसप्रीत कौर (जम्मू और कश्मीर) को आसानी से 15-2 से हराया, लेकिन क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए भवानी को तेलंगाना के बेबी रेड्डी की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा, जहां उन्होंने 15-14 से जीत हासिल की। क्वाटर्र फाइनल में उन्होंने पंजाब की जगमीत कौर को 15-7 के अंतर हराकर सेमीफाइनल में भवानी ने के, अनीथा को 15-4 से हराया। इसके बाद भवानी ने फाइनल में केरल की जोसना जोसफ को 15-7 से हराकर अपना फार्म और क्लास बरकरार रखा।
इस बीच, कुमारसेन पद्म गिशो निधि (सर्विसेज) ने गत चैंपियन करण सिंह (राजस्थान) पर जीत हासिल करते हुए पुरुष टीम का सब्रे व्यक्तिगत फाइनल जीता।
करन सिंह, बुडापेस्ट में हाल ही में पुरुषों के फेसिंग विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ भारतीय पुरुष खिलाड़ी के रूप में उभरते हुए शीर्ष पर रहे थे। वास्तव में, 20-वर्षीय करन ने विश्व नंबर-19 कोन्स्टेंटिन लोचनोव (रूस) पर 5-4 से शानदार जीत दर्ज करते हुए नॉकआउट चरण में प्रवेश किया था हालांकि, वह उस फॉर्म का अनुकरण नहीं कर सके और उन्हें नेशनल्स में रजत से ही संतोष करना पड़ा।
अवंती राधिका प्रकाश (केरल) ने पिछली बार की कांस्य पदक विजेता लेशराम खुसबोरानी (मणिपुर) पर जीत के साथ महिला फॉइल व्यक्तिगत ताज को बरकरार रखा। पिछले साल नई दिल्ली में उपविजेता रहीं थोंगल वंगलम्बम देवी और उनकी मणिपुर टीम की साथी फेमडोम अनीता चानू ने कांस्य पदक जीता।
एशियाई एशियन जूनियर और कैडेट चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता और पिछले साल नेशनल चैंपियनशिप में छठे स्थान पर काबिज रहे गोवा के चिंगखम जेटली सिंह ने एक बार फिर साबित किया कि क्यों उन्हें सबसे प्रतिभाशाली एपी खिलाड़ी माना जाता है। सिंह ने राजेंद्रन शांतिमोल शेरजिन (छत्तीसगढ़) पर आसान जीत दर्ज की।
इसी तरह, अर्जुन (सर्विसेज) ने पिछली बार कांस्य जीता था लेकिन इस बार वह केएल बेबीश पर जीत के साथ फॉइल गोल्ड हासिल करने में सफल रहे। जबकि पिछले साल के फाइनलिस्ट, थोकचोम बिकी (सर्विसेज) और हर्ष राज (बिहार) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। इन दोनों को संबंधित सेमीफाइनल मुकाबलों में हार मिली।