मेलबर्न। आस्ट्रेलिया को लगातार दूसरे मैच में 200 रन से कम के स्कोर पर आउट करके भारतीय गेंदबाजों ने मेलबर्न में 26 दिसंबर (बॉक्सिंग डे) से शुरू हुए दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में अपनी आधी जिम्मेदारी पूरी कर ली है और अब 2018 की तरह परिणाम हासिल करने के लिये बल्लेबाजों को अपनी अहम भूमिका निभानी होगी।
आस्ट्रेलिया ने टास जीता। पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन पहली पारी में उसकी पूरी टीम 195 रन पर आउट हो गयी। एडीलेड में पहले टेस्ट मैच में भी आस्ट्रेलिया पहली पारी में 191 रन ही बना पाया था लेकिन भारतीय बल्लेबाजों की नाकामी के कारण उसने आठ विकेट से जीत दर्ज करके चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी थी।
भारत को फिर से अच्छी शुरुआत नहीं मिल पायी। सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल पहले ओवर में ही मिशेल स्टार्क की गेंद पर पगबाधा आउट हो गये। भारत के लिये गेंदबाजों के प्रदर्शन के अलावा अच्छी खबर यह है कि युवा शुभमन गिल दबाव में नहीं दिखे और उन्होंने अपने पदार्पण टेस्ट मैच में ही पूरे आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की है।
गिल लय में दिख रहे हैं लेकिन मैच में चेतेश्वर पुजारा की भूमिका महत्वपूर्ण होगी जो सात रन बनाकर खेल रहे हैं। दो साल पहले पुजारा ने यहां पहली पारी में 106 रन की शतकीय पारी खेली थी जिसने कि मुख्य अंतर पैदा किया था। उन्हें फिर से वही जज्बा और संयम दिखाना होगा।
भारत अगर इस मैच में पिछली बार की तरह 400 से अधिक रन बनाने में सफल रहता है तो उसके पास मजबूत बढ़त होगी। ऐसे में उसके पास टेस्ट जीतकर श्रृंखला बराबर करने का मौका होगा। इसलिए कह सकते हैं कि अब काफी कुछ भारतीय बल्लेबाजों पर निर्भर करता है। भारत ने 2018 में मैच 137 रन से जीता था।
बहरहाल एमसीजी पर पहला दिन भारतीय गेंदबाजों के नाम रहा। जसप्रीत बुमराह ने 56 रन देकर चार विकेट लिये जबकि पदार्पण कर रहे मोहम्मद सिराज ने प्रभावशाली गेंदबाजी की। उन्होंने 40 रन देकर दो विकेट लिये। उन्होंने आस्ट्रेलिया की तरफ से सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले मार्नस लाबुशेन (48) के रूप में अपना पहला टेस्ट विकेट लिया। इसके बाद उन्होंने कैमरून ग्रीन (12) की संघर्षपूर्ण पारी का अंत किया।
बुमराह और रविचंद्रन अश्विन (35 रन देकर तीन विकेट) ने नियमित अंतराल में विकेट हासिल किये। अश्विन ने अपने प्रिय शिकार स्टीवन स्मिथ को फिर से सस्ते में पवेलियन भेजकर भारतीय खेमे को खुश किया। स्मिथ इस बार खाता भी नहीं खोल पाये। अश्विन अब तक स्मिथ को पांच बार आउट कर चुके हैं। बुमराह ने जो बर्न्स को खाता नहीं खोलने दिया और उन्हें विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों कैच करा दिया।
अश्विन ने स्मिथ को पुजारा के हाथों कैच कराने से पहले सलामी बल्लेबाज मैथ्यू वेड (30) को पवेलियन भेजा जिनका रविंद्र जडेजा ने शानदार कैच लिया। लाबुशेन और ट्रेविस हेड (38) ने चौथे विकेट के लिये 86 रन जोड़े। बुमराह की गेंद पर कप्तान अजिंक्य रहाणे ने गली में हेड का कैच लेकर यह साझेदारी तोड़ी।
सिराज ने लाबुशेन का महत्वपूर्ण विकेट लिया लेकिन इसमें पदार्पण कर रहे दूसरे भारतीय खिलाड़ी गिल की भूमिका भी अहम रही। उन्होंने ग्रीन को पगबाधा आउट किया। हनुमा विहारी ने अश्विन की गेंद पर कप्तान टिम पेन (13) का बेहतरीन कैच लिया। निचले क्रम में केवल नाथन लियोन (20) ही दोहरे अंक में पहुंचे।
Pingback: जानिये भारत के लिये क्यों भाग्यशाली है रहाणे का शतक