ब्रिसबेन। भारत ने एडीलेड में पहले टेस्ट मैच में जो चार गेंदबाज उतारे थे वे चारों ब्रिसबेन में आखिरी मैच तक अनफिट हो गये और भारतीय टीम को पिछले 70 वर्षों से भी अधिक समय में अपने सबसे अनुभवहीन आक्रमण के साथ उतरना पड़ा जिसका फायदा आस्ट्रेलिया ने उठाया और चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल अपने नाम किया।
आस्ट्रेलिया ने मार्नस लाबुशेन के 108 रन की मदद से पहले दिन का खेल खत्म होने तक पांच विकेट पर 274 रन बनाये हैं। भारतीय गेंदबाज शुरू में जल्दी सफलता मिलने के बाद दबाव बनाने में नाकाम रहे है। लाबुशेन का कप्तान अजिंक्य रहाणे ने गली में कैच छोड़ा जो टीम को महंगा ड़ा।
भारत के जिस गेंदबाजी आक्रमण के साथ मैदान पर उतरा था उनमें सबसे अनुभवी मोहम्मद सिराज थे जिन्होंने इसी सीरीज के मेलबर्न टेस्ट में पदार्पण किया था। मतलब उन्हें दो मैच खेलने का अनुभव था। नवदीप सैनी को एक टेस्ट मैच खेलने का अनुभव था लेकिन वह भी अपना आठवां ओवर करते हुए घायल हो गये।
शारदुल ठाकुर ने इससे पहले एक मैच खेला था लेकिन उस मैच में वह केवल 11 गेंदें कर पाये थे। वाशिंगटन सुंदर और टी नटराजन को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिला। ऐसी परिस्थितियों में जब आस्ट्रेलिया पहले बल्लेबाजी के लिये उतरा तो नौ ओवर के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों डेविड वार्नर (एक) और मार्कस हैरिस (पांच) को आउट करना भारत के लिये बड़ी सफलता थी।
लाबुशेन ने हालांकि अपनी फार्म में दिखायी। उन्होंने स्टीव स्मिथ (36) के साथ तीसरे विकेट के लिये 70 और मैथ्यू वेड (45) के साथ चौथे विकेट के लिये 113 रन जोड़े। भाग्य भी लाबुशेन के साथ के साथ क्योंकि जब वह 30 रन पर थे तब रहाणे ने उनका सीधा कैच छोड़ दिया था। तब गेंदबाज सैनी थे जो इसके तुरंत बाद मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर चले गये।
अंतिम सत्र में कप्तान टिम पेन (नाबाद 38) और आलराउंडर कैमरन ग्रीन (नाबाद 28) ने अच्छी बल्लेबाजी की। इन दोनों ने अब तक छठे विकेट के लिये 61 रन जोड़े हैं। मोहम्मद सिराज ने सुबह पहले ओवर में ही वार्नर को आउट कर दिया था जबकि ठाकुर ने हैरिस के रूप में अपना पहला टेस्ट विकेट लिया। स्मिथ फिर से बड़ी पारी खेलने के मूड में दिख रहे थे लेकिन वाशिंगटन सुंदर ने उन्हें लंबे समय तक नहीं टिकने दिया। सुंदर का यह टेस्ट मैचों में पहला विकेट था।
लाबुशेन और वेड के बीच की साझेदारी नटराजन ने तोड़ी। इस तेज गेंदबाज ने वेड के रूप में अपना पहला विकेट लिया और अगले ओवर में लाबुशेन को भी आउट किया लेकिन भारतीय गेंदबाजों की अनुभवहीनता का पेन और ग्रीन ने फायदा उठाया और आस्ट्रेलिया पर दबाव नहीं बनने दिया।
अब सवाल यह नहीं है कि आस्ट्रेलिया पहली पारी में कितना बड़ा स्कोर बनाता है। सवाल यह है कि भारत कल किस आक्रमण के साथ उतरेगा। सैनी को यहां की पिच जरूर रास आती लेकिन वह चोटिल हैं। उनको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। ठाकुर भी बीच में मैदान से बाहर चले गये थे ऐसी परिस्थितियों में बल्लेबाजों की जिम्मेदारी बढ़ गयी है। उन्हें न सिर्फ आस्ट्रेलिया के मजबूत आक्रमण का डटकर सामना करना होगा बल्कि रन भी बनाने होंगे।