क्लीन बोल्ड

ओलम्पिक कोटा जीतने के बाद भी अमन को चैन कहां?

राजेंद्र सजवान इसमें कोई दो राय नहीं है कि ओलम्पिक क्वालीफायर के जरिये खिलाड़ी देश के लिए ओलम्पिक कोटा हासिल करता है। लेकिन अनेक अवसरों पर यह नियम विवाद का कारण बनता आया है। खेल कोई भी हो, जो खिलाड़ी ओलम्पिक का पात्रता प्राप्त करता है उसे अक्सर नियमानुसार फिर से ट्रायल में उतरना पड़ता …

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सुनील श्रेष्ठ, सर्वश्रेष्ठ कदापि नहीं!

राजेंद्र सजवान सुनील छेत्री के संन्यास की घोषणा से क्रिकेट का पिछलग्गू और सोया हुआ भारतीय मीडिया यकायक जाग गया है। बेशक, सुनील एक अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी रहे हैं और जब कभी देश को जरूरत पड़ी उसने अपना श्रेष्ठ दिया। जरूरत पड़ने पर उसने हाथ जोड़कर फुटबॉल प्रेमियों से मैदान और स्टेडियम में लौटने की …

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दिल्ली में फुटबॉल के चुगलखोर

राजेंद्र सजवान कोई माने या ना माने दिल्ली की फुटबॉल अपने अत्यंत व्यस्त दौर से गुजर रही है। कोई इस दौर को गोल्डन पीरियड कह रहा है तो दूसरा कोई चिलचिलाती धूप और तेज गर्मी से परेशान है और खिलाड़ियों के साथ अन्याय बता रहा है। कुछ सप्ताह पहले पुरुषों की प्रीमियर लीग का समापन …

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फुटबॉल में गिरावट: अनुशासनहीनता और गंभीरता की कमी

राजेंद्र सजवान भारतीय फुटबॉल आज कहां खड़ी है और क्यों अर्श से फर्श पर आ गिरी है, यह किसी से छिपा नहीं है। आपने ‘यथा राजा, तथा प्रजा’ वाली कहावत तो सुनी ही होगी। कहने का तात्पर्य यह है कि जब देश की फुटबॉल ठीक-ठाक नहीं चल रही तो जाहिर है कि राज्य और जिला …

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ब्रजभूषण प्रकरण से हार नहीं मानी, और निखरी महिला कुश्ती

राजेंद्र सजवान कुछ दिन पहले तक भारतीय कुश्ती में चले धरना-प्रदर्शन, आक्रोश और आरोप-प्रत्यारोपों के चलते यह आशंका व्यक्त की जा रही थी कि भारतीय महिला कुश्ती बर्बादी के कगार पर खड़ी है और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में महिला पहलवानों से बहुत अधिक की अपेक्षा करना भूल होगी। लेकिन पांच महिला पहलवानों का पेरिस ओलम्पिक का …

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डॉ. बत्रा को गुस्सा क्यों आता है?

राजेंद्र सजवान अंतरराष्ट्रीय हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) के पहले भारतीय अध्यक्ष नरेंद्र कुमार बत्रा भले ही अब भारतीय हॉकी के शीर्ष पद पर नहीं है लेकिन हॉकी की गहरी समझ रखने वाले बत्रा ने हाल ही में एक तथ्य परक बयान देकर भारतीय हॉकी की उलटी गिनती का अंदेशा व्यक्त किया है। हॉकी इंडिया और इंडियन …

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खेलों में परिवारवाद, राजनीतिक परिवारवाद से भी ज्यादा घातक!

राजेंद्र सजवान राजनीति में परिवारवाद को लेकर सालों से हुड़दंग मचा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते आ रहे हैं लेकिन राजनीति और परिवारवाद एक-दूसरे के पूरक हैं और हर नेता-सांसद कुर्सी से हटने से पहले अपने बेटे-बेटियों और नाते-रिश्तेदारों के लिए जुगाड़ करने का कोई मौका …

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दिल्ली की फुटबॉल किसी बड़े हादसे के इंतजार में

राजेंद्र सजवान पिछले कुछ महीनों में दिल्ली सॉकर एसोसिएशन (डीएसए) की गतिविधियां बढ़ी हैं। स्कूल, कॉलेज और क्लब स्तर के आयोजनों में राजधानी के युवा फुटबॉलरों को अधिकाधिक खेलने के मौके मिल रहे हैं। लेकिन देश की राजधानी की फुटबॉल को संचालित करने वाली संस्था दिल्ली सॉकर एसोसिएशन के पास अपना कोई ग्राउंड नहीं है, …

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ओलम्पिक गोल्ड जीते, तो 1964 जैसा करिश्मा होगा!

राजेंद्र सजवान इसमें कोई दो राय नहीं कि भारतीय हॉकी टीम ने ओलम्पिक में सबसे ज्यादा कामयाबी पाई है। आठ ओलम्पिक स्वर्ण पदक भारत के स्वर्णिम इतिहास के गवाह हैं। लेकिन हॉकी के जानकारों और इस खेल की गहरी समझ रखने वाले भारत के आठवें ओलम्पिक स्वर्ण को ज्यादा भाव नहीं देते हैं। कारण, 1980 …

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लात मारो ऐसी फुटबॉल को!

राजेंद्र सजवान भारत की राजधानी दिल्ली स्थित डॉ. बीआर अम्बेडकर स्टेडियम में खेली जा रही डीएसए सीनियर डिवीजन लीग पर संकट अभी टला नहीं है। भले ही लीग का कार्यक्रम अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया है। एक दिन पहले तक सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। 25 अप्रैल की सांय एमसीडी के पत्र …

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