क्लीन बोल्ड

कमेंटरी को ऐसे ना रुलाओ प्रभु

राजेंद्र सजवान मूल विषय पर जाने से पहले आपको कुछ झलकियों से रूबरू कराते हैं, “भारत को आठवां पेनल्टी कॉर्नर मिला है… सरपंच जी अब तो गोल करना ही पड़ेगा… भारत की लाज आपके मजबूत हाथों में है…करिश्मा कर दो मेरे प्रभु…! और भारतीय हॉकी टीम ने विजयी गोल दाग दिया…” ये कमेंटेटर महाशय रो …

कमेंटरी को ऐसे ना रुलाओ प्रभु Read More »

ऐसे तो ओलम्पिक मेजबानी नहीं मिलने वाली!

राजेंद्र सजवान पेरिस ओलम्पिक गेम्स में छह पदक जीतने वाला दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र 2036 में ओलम्पिक खेलों के आयोजन का दम भर रहा है। किसी भी देश को ओलम्पिक आयोजन पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के सदस्य देशों का समर्थन पाना होता है। इस कसौटी पर भारत का दावा कहां तक …

ऐसे तो ओलम्पिक मेजबानी नहीं मिलने वाली! Read More »

यही खेलों का सच है!

राजेंद्र सजवान आदरणीय विजय गोयल जी ने जब देश के खेलमंत्री का पदभार संभाला तो उन्होंने सबसे पहले देश की प्रमुख खेल हस्तियों, चैम्पियन खिलाड़ियों और खेल पत्रकारों से संवाद करने की इच्छा जाहिर की और शास्त्री भवन में अपने कार्यालय में बकायदा उनके साथ समय बिताया और देश के खेलों पर लंबी चर्चा भी …

यही खेलों का सच है! Read More »

आईओए: हर शाख पे उल्लू बैठा है!

राजेंद्र सजवान भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के ताजा विवाद ने एक बात साफ कर दी है कि भारतीय खेलों की हार शाख पर उल्लू बैठे हैं। देश की शीर्ष खेल संस्था का हाल किसी से छिपा नहीं है। रोज कोई न कोई विवाद मुंह बाए खड़ा होता है। लेकिन हाल फिलहाल जो चल रहा है …

आईओए: हर शाख पे उल्लू बैठा है! Read More »

दावा ओलम्पिक आयोजन का: एथलेटिक्स, जिम्नास्टिक और तैराकी में गहराई तक डूबे हैं

राजेंद्र सजवान भारतीय खेल आका, सरकार और आईओए यदि सचमुच ओलम्पिक आयोजन का दावा पेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले तीन प्रमुख खेलों एथलेटिक्स, तैराकी और जिम्नास्टिक में अपनी हैसियत का जायजा लेना जरूर है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये तीन ऐसे खेल हैं, जिनमें पदकों की बरसात होती है और जो देश इन खेलों …

दावा ओलम्पिक आयोजन का: एथलेटिक्स, जिम्नास्टिक और तैराकी में गहराई तक डूबे हैं Read More »

घमासान से नहीं, शराफत से बचेगी दिल्ली की फुटबॉल

राजेंद्र सजवान फुटबॉल बचेगी या फुस्स होगी, यह सवाल पिछले कुछ दिनों से दिल्ली सॉकर एसोसिएशन (डीएसए) के पदाधिकारियों फुटबॉल क्लबों और खिलाड़ियों के बीच गहरी चिंता का विषय बना हुआ है। 22 सितम्बर को होने वाली एजीएम में स्थानीय इकाई के अध्यक्ष अनुज गुप्ता के पद पर बने रहने या पद मुक्त होने का …

घमासान से नहीं, शराफत से बचेगी दिल्ली की फुटबॉल Read More »

ऐज फ्रॉड: भारतीय खेलों का नासूर

राजेंद्र सजवान देर से ही सही लेकिन देश में उम्र की धोखाधड़ी को लेकर आवाज उठने लगी है। हाल ही में फुटबॉल, हॉकी, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, एथलेटिक्स, तमाम मार्शल आर्ट्स खेलों, तैराकी, जिम्नास्टिक आदि में कुछ पूर्व खिलाड़ियों, कोचों और अभिभावकों की अंतरआत्मा जागती नजर आई है। हालांकि पानी सिर से ऊपर आ गया है …

ऐज फ्रॉड: भारतीय खेलों का नासूर Read More »

ख्याल अच्छा है दिल बहलाने के लिए!

राजेंद्र सजवान केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर देश के खेल प्रेमियों को गदगद करने वाली घोषणा करते हुए कहा कि आजादी के सौ साल पूरे होने भारत खेल उत्कृष्टता के मामले में दुनिया की पांचवीं ताकत बन जाएगी। बेशक, खेल मंत्री के उद्गार सुनकर भारतीय का सीना चौड़ा …

ख्याल अच्छा है दिल बहलाने के लिए! Read More »

डीएसए घमासान: फुटबॉल बचेगी या गुटबाजी की भेंट चढ़ेगी?

राजेंद्र सजवान दिल्ली की फुटबॉल वर्षों बाद एक बार फिर दो राहे पर आ खड़ी हुई है। यूं भी कहा जा सकता है कि ऐसे चौराहे पर आ खड़ी है, जहां से सभी रास्ते गर्त में जाते हैं। सत्तर-अस्सी के दशक में राजधानी की फुटबॉल को संचालित करने वाले डीएसए को कुछ इसी प्रकार की …

डीएसए घमासान: फुटबॉल बचेगी या गुटबाजी की भेंट चढ़ेगी? Read More »

जीरो फुटबॉल को हीरो की तलाश!

राजेंद्र सजवान ‘अगला हीरो कौन?’ पिछले कुछ समय से यह विज्ञापन भारतीय खेलों में और खासकर, फुटबॉल हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। देर से ही सही भारतीय फुटबॉल के अगले हीरो की तलाश शुरू हो गई है। तारीफ की बात यह है कि अगले हीरो की तलाश कर रहे विज्ञापन में नीता …

जीरो फुटबॉल को हीरो की तलाश! Read More »