अबुधाबी। इंडियन प्रीमियर लीग के दो पूर्व चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रायल्स सोमवार को जब अबुधाबी में एक दूसरे का सामना करेंगे तो उनके पास जीत के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं रहेगा।
चेन्नई और राजस्थान दोनों टीमों की कमोबेश एक जैसी स्थिति है। दोनों ने अब तक नौ – नौ मैच जीते हैं जिनमें से उन्होंने केवल तीन में जीत दर्ज की है। मतलब दोनों टीमों के छह – छह अंक हैं और प्लेऑफ में जगह बनाने के लिये उन्हें अपने अगले पांचों मैच जीतने होंगे।
शेख जायद स्टेडियम में होने वाले मैच में जो भी टीम हारेगी उसका लगभग प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होना तय हो जाएगा। आईपीएल में पूर्व में टीमें 14 अंक होने के बावजूद प्लेऑफ में पहुंची हैं लेकिन इससे कई अगर मगर जुड़े होते हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स पिछले मैच में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अपने चार विकेट पर 179 रन का बचाव नहीं कर पाया। शिखर धवन का शतक और अक्षर पटेल के तीन छक्के उस पर भारी पड़ गये। धोनी का आखिरी ओवर में स्पिनर रविंद्र जडेजा को सौंपने का फैसला सही नहीं रहा। अक्षर पटेल ने उनके इस ओवर में ही तीन छक्के लगाये।
ड्वेन ब्रावो जैसे गेंदबाज का एक ओवर में बचा हुआ था लेकिन वह पूरी तरह से फिट नहीं थे और ऐसे में धोनी को जडेजा को गेंद सौंपनी पड़ी थी। ब्रावो का इस मैच में खेलना संदिग्ध है जो कि चेन्नई के लिये बड़ा झटका है।
राजस्थान रायल्स के गेंदबाज भी अपने छह विकेट पर 177 रन का बचाव नहीं कर पाये। एक समय उसकी टीम जीत की स्थिति में दिख रही थी लेकिन डिविलियर्स ने केवल 22 गेंदों पर छह छक्कों की मदद से नाबाद 55 रन बनाकर रायल चैलेंजर्स बेंगलोर को सात विकेट से जीत दिला दी थी।
जब डिविलियर्स जैसा बल्लेबाज मैदान पर होता है तो किसी भी टीम के गेंदबाजों के लिये दबाव की परिस्थितियों में गेंदबाजी करना आसान नहीं होता है। जोफ्रा आर्चर जैसा गेंदबाज भी अंतिम ओवर में 11 रन का बचाव नहीं कर पाया।
इससे साफ हो गया है कि दोनों टीमों की स्थिति एक जैसी है और अब जबकि दोनों की भिड़ंत होनी है तो उनकी निगाह न सिर्फ जीत की राह पर लौटने पर टिकी रहेगी बल्कि वे अपने कमजोर पक्षों में सुधार करने की भी कोशिश करेंगे।
चेन्नई सुपरकिंग्स का राजस्थान रायल्स के खिलाफ रिकार्ड अच्छा रहा है। इन दोनों टीमों के बीच आईपीएल में अब तक 22 मैच खेले गये हैं। चेन्नई ने इनमें से 14 मैच में जीत दर्ज की है।
राजस्थान ने आठ मैच ही जीते हैं लेकिन इनमें 22 सितंबर को शारजाह में खेला गया मैच भी शामिल है। राजस्थान ने यह मैच 22 रन से जीता था। यह वही मैच था जिसमें संजू सैमसन ने 22 गेंदों पर 74 रन ठोके थे। सैमसन इसके बाद केवल एक बड़ी पारी खेल पाये। पिछले सात मैचों में उनका स्कोर 8, 4, 0, 5, 26, 25 रहा है। सैमसन की फार्म राजस्थान के लिये चिंता का विषय है।