देश में शारीरिक शिक्षा और खेलों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही संस्था फिजिकल एजुकेशन फांउडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) के राष्ट्रीय सचिव पीयूष जैन ने कहा है कि युवा कार्यक्रम एंव खेल मंत्रालय के सहयोग से देशभर के शारीरिक शिक्षकों और खेल प्रशिक्षकों के लिए ऑनलाइन ट्रेंड द ट्रेनर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है और इस कार्यक्रम के जरिये पेफी की कोशिश खेल प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों को बेहतर शिक्षण उपलब्ध कराने की है।
कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि के तौर पर अरूण यादव निदेशक खेल और युवा मंत्रालय भारत सरकार ने शिरकत की। अरूण यादव ने कहा कि खेल और युवा मंत्रालय भारत सरकार खेल और खिलाड़ियों के बेहतर विकास के लिया सदैव प्रयासरत है। भारत को खेल महाशक्ति बनाने के लिए हरसंभव प्रयास खेल और युवा मंत्रालय कर रहा है। हमें जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को अच्छे शिक्षण और प्रशिक्षण देने की जरूरत है और इस काम में पेफी जैसी संस्थाएं बहुत ही सराहनीय काम कर रही हैं।
ट्रेंड द ट्रेनर कार्यक्रम के बारे में पेफी के राष्ट्रीय सचिव पीयूष जैन ने बताया कि कोरोना की वजह से पिछले सात महीने से खेल प्रशिक्षण और शिक्षण गतिविधियां बंद हैं। पेफी विगत सात महीने से निरंतर आनलाइन शिक्षण प्रशिक्षण खेल प्रशिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों को दे रहा है। इस कार्यक्रम के जरिए हमारी कोशिश है कि हम खेल प्रशिक्षकों ,शारीरिक शिक्षकों को बेहतर शिक्षण उपलब्ध कराएं। डा जैन ने कहा कि ऑनलाइन ट्रेंड द ट्रेनर कार्यक्रम 2 नवंबर से 11 नवंबर तक दो सत्रों में रोजाना आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में देश के दिग्गज खेल विशेषज्ञ और शारीरिक शिक्षाविद् खेल प्रशिक्षकों को जानकारी मुहैया कराएंगे।
कार्यक्रम के शुरुआती सत्र में हॉकी के द्रोणाचार्य अवार्डी एके बंसल ने ट्रेनिंग सेशन इन ग्राउंड विषय पर शारीरिक शिक्षक और खेल प्रशिक्षक कैसे अपनी शुरुआत करें, पर अपनी जानकारी साझा की। बंसल ने कहा कि प्रशिक्षकों को प्लान, प्रजेंटेशन,असेसमेंट, पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा प्रशिक्षक का समय समय पर बच्चों को प्रेरित करना बहुत अहम कार्य है।
र्यक्रम के दूसरे सत्र में एलएनआईपीई ग्वालियर के पूर्व डीन डा एके उप्पल ने ट्रेनिंग अडेप्शन इन स्पोर्ट्स परफॉर्मेस विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने खेल प्रशिक्षण में प्रशिक्षण भार से अधिक भार का अनुकूलन और हानिकारक परिणाम के बारे में खेल प्रशिक्षकों को अवगत कराते हुए कहा कि किसी भी खेल गतिविधि में ट्रेनिंग लोड को बैलेंस करने की जरूरत है। डा उप्पल ने कहा कि एक बेहतर प्रशिक्षक को ट्रेनिंग के मूल तत्व का पता होना बहुत जरूरी है।
खेल प्रशिक्षक को खेल विज्ञान के बारे पता होना जरूरी है। जब तक प्रशिक्षक को इसका ज्ञान नहीं होगा वह प्रशिक्षण के क्षेत्र में बेहतर नहीं कर सकता है। आज के वैज्ञानिक युग में खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए टीमों के साथ मनोवैज्ञानिक, व्यायाम विशेषज्ञ, डाइटीशियन आदि का रोल अहम हो जाता है। इसलिए एक प्रशिक्षक का बुनियादी तौर पर इन चीजों का ज्ञान होना चाहिए।