जाने-माने फिजियोलॉजिस्ट और खेल विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. जिनाडिजस सोकोलोवस सी.एस.ई. बैंगलोर में आयोजित राष्ट्रीय तैराकी शिविर का दौरा करेंगे। वह वहां पर 6 दिन रहेंगे। उनकी इस यात्रा से शिविर में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को काफ़ी लाभ मिलेगा और सीनियर राष्ट्रीय सदस्यों के प्रशिक्षण तथा उनकी तैयारियों को प्रोत्साहन भी मिलेगा। इतना ही नहीं उनके इस दौरे से श्रीहरि नटराज, कुशाग्र रावत और मिहिर आम्ब्रे जैसे क्षमतावान तैराकों को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ से बहुत कुछ सीखने में बहुत मदद मिलेगी।
डॉ. सोकोलोवस ने 8 साल तक संयुक्त राज्य अमरीका के स्विमिंग फेडरेशन के फिजियोलॉजी और खेल विज्ञान विभाग का नेतृत्व किया है। उन्होंने अमरीकी तैराकों, वाटर पोलो खिलाड़ियों तथा ट्राई एथलीटों के साथ काम किया है। डॉ. सोकोलोवस की प्रसिद्ध शोध पद्धति से 28 बार के ओलंपिक पदक विजेता माइकल फेल्प्स सहित प्रमुख तैराकों को परामर्श का लाभ मिला है।
2 फरवरी से लेकर 7 फरवरी 2021 के बीच प्रस्तावित इस यात्रा के निम्नलिखित उद्देश्य होंगे:
- स्विम पावर टेस्ट
- लैक्टेट क्लीयरेंस टेस्ट
- लैक्टेट हार्ट प्रोफाइल
- मौसमी प्रशिक्षण डिजाइन
- कोच कार्यशाला
डॉ. सोकोलोवस की इस यात्रा से न केवल तैराकों को बल्कि कोचों को भी बहुत मदद मिलेगी। इससे सभी को एथलीटों के प्रशिक्षण एवं इससे जुड़ी दीर्घकालिक योजनाओं को विकसित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक के प्रयोग का लाभ मिलेगा।
भारतीय तैराकी संघ के महासचिव मोनल चोकशी वास्तव में इस शिविर में सोकोलोव के आने को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उन्हें उम्मीद है कि इससे तैराकों के दीर्घकालिक विकास में काफ़ी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि, “मैं विश्व स्तर पर एसएफआई के प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण का बहुत आभारी हूं। डॉ. जिनाडिजस सोकोलोवस जैसे प्रशंसित खेल वैज्ञानिक भारत आए, यह गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि, यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है। इससे भारत में विश्व स्तर के खेल विज्ञान समर्थन को लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त देश के प्रमुख तैराकों तथा 2024 एवं 2028 के लिए संभावित प्रतिभाओं को करीब लाकर भारतीय तैराकी में गुणात्मक परिवर्तनों में गुणत्माक लाभ होगा।”
डॉ. सोकोलोवस की यात्रा की कुल लागत 8.78 लाख रुपए है और इसका ख़र्च ओलंपिक पोडियम योजना द्वारा वहन किया जाएगा। इस लागत में पेशेवर शुल्क, विमान किराया, बोर्डिंग एवं लॉजिंग और वीजा तथा परिवहन शामिल हैं।