Formar Indian football caption carlton chapman died – भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान कार्लटन चैपमैन का मात्र 49 वर्ष की उम्र में बेंगलुरु में निधन हो गया। भारत ने उनकी कप्तानी में 1997 में नेपाल में सैफ चैंपियनशिप का खिताब जीता था। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल पटेल और महासचिव कुशल दास ने चैपमैन के निधन पर शोक जताया है।
चैपमैन भारतीय टीम के अलावा वह जेसीटी मिल्स और ईस्ट बंगाल क्लब के लिए भी खेले थे। 2001 में उन्होंने फुटबॉल से संन्यास ले लिया था जिसके बाद वह कोच बन गए थे। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 1997 में नेपाल में सैफ चैंपियनशिप जीती थी। पूर्व मिडफील्डर चैपमैन ने जेसीटी मिल्स और ईस्ट बंगाल के लिए नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) का खिताब जीता था।
चैपमैन बेंगलुरु के फुटबॉल क्लब सदर्न ब्लूज के लिए खेले। इसके बाद वह 1990 से 1993 तक टीएफए के साथ जुड़े रहे। वह 1995 तक ईस्ट बंगाल क्लब के लिए खेले और उसके बाद वह 1995 में जेसीटी मिल्स से जुड़े। जेसीटी मिल्स के लिए खेलने के दौरान उनकी टीम ने 14 टूर्नामेंट जीते।
चैपमैन ने 1997-98 तक एफसी कोच्चि के लिए भी खेला लेकिन इसके बाद 1998 में ईस्ट बंगाल टीम में लौट आए। उनके नेतृत्व में ईस्ट बंगाल ने 2001 में एनएफएल का खिताब जीता।
ईस्ट बंगाल क्लब के लिए खेलते हुए उन्होंने 1993, 1998, 2000 में कलकत्ता प्रीमियर लीग का खिताब जीता। उन्होंने आईएफए शील्ड 1994, 2000 में दो बार, डूरंड कप, रोवर्स कप और कलिंगा कप जीता।
घरेलू स्तर पर उन्होंने 1993, 1994, 1998 में राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप संतोष ट्राफी जीती। उन्होंने 1995 में गोवा के खिलाफ संतोष ट्रॉफी के इतिहास का पहला गोल्डन गोल किया था।चैपमैन ने 2002 में टाटा फुटबॉल अकादमी से कोचिंग करियर की शुरुआत की थी।