राजेंद्र सजवान/क्लीन बोल्ड
“नीरज चोपड़ा के गोल्ड से बने माहौल और प्रधानमंत्री के खेल प्रेम ने भारतीय खेलों में क्रांति ला दी है। जिस खेल में हम बार बार खाली हाथ लौट रहे थे इसमें सीधे गोल्ड पर निशाना साधना बड़ी बात है।
यह नीरज के गोल्ड का ही कमाल है कि देश में खेलों के लिए बेहतर माहौल बन रहा है। यह भी पहली बार देखने को मिल रहा है जब स्वयं प्रधानमंत्री खिलाड़ियों से मिलने का समय मांग रहे हैं , उन्हें उनकी पसंद का भोजन करा रहे हैं।”
आज यहां Y40 D द्वारा आयोजित ‘एम्पावरमेंट कॉन्क्लेव’ में जाने माने पहलवान योगेश्वर ने भारत में बदल रहे खेल परिदृश्य पर खुल का विचार व्यक्त किए और कहा कि आज भारत में और खासकर हरियाणा में खेलों के लिए हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा खिलाड़ियों को दी जा रही सुविधाओं को सराहा और कहा कि आज हरियाणा में घर घर में खिलाड़ी पैदा हो रहे हैं। ओलंम्पिक में भाग लेने वाले और पदक जीतने वाले खिलाड़ियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने हरियाणा के खिलाड़ियों की एक तिहाई भागीदारी का उल्लेख किया।
साथ ही कहा कि पैरा(दिव्यांग)खिलाड़ियों ने तो और भी ऊंची छलांग लगा दी है। इस बदलाव को योगी ने हरियाणा सरकार की खेल प्रोत्साहन नीति बताया। उनके अनुसार अब हर घर से खिलाड़ी निकल रहे हैं।
कॉन्क्लेव में भाग लेने के लिए आमंत्रित जेवलिन थ्रो में गोल्ड जीतने वाले योगेश्वर के जिले सोनीपत के सुमित अंतिल ने मौके पर कहा कि योगेश्वर उनके आदर्श रहे हैं।
उनकी बड़ी कामयाबी को देख कर खुद भी अखाड़े में उत्तर गया। कुछ साल कुश्ती को दिए पर शायद भाग्य को कुछ और मंजूर था। 2015 में एक सड़क दुर्घटना के कारण खेल छूट गया लेकिन दो साल बाद भाला लेकर मैदान में कूद पड़ा।
टोक्यो ओलंम्पिक में 68 मीटर की दूरी माप कर गोल्ड जीतने वाला सुमित विश्व रिकार्डधारी है लेकिन वह जोश से लबालब है और अगले ओलंम्पिक में कई मीटर से नए रिकार्ड के साथ गोल्ड का लक्ष्य ले कर चल रहा है। उसे भरोसा है कि एक ऐसा रिकार्ड बना पाएगा,जिस तक पहुँचना बहुत मुश्किल होगा।
पैरालम्पिक में पदक जीतने वाले कुछ खिलाड़ियों ने दबी जुबान से इतना जरूर कहा कि उन्हें वह सम्मान नहीं मिल रहा जिसके हकदार बनते हैं। लेकिन सुमित को कोई शिकायत नहीं है।
उसके अनुसार फिलहाल शुरुआत हो रही है और धीरे धीरे सबकी शिकायतें दूर होंगी। उसे भरोसा है कि सामान्य और पैरा खिलाड़ियों के बीच यदि कुछ है भी तो जल्दी सब कुछ बराबर हो जाएगा।
मुख्य अतिथि वित्त राज्य मंत्री भागवत किशन राव ने आयोजक वाई4डी के प्रयासों को सराहा और कहा कि देश के बच्चे और युवा योगेश्वर और सुमित का अनुसरण कर भारत को चीन और अमेरिका जैसी खेल महाशक्ति बना सकते हैं।
मौके पर मौजूद दोहरे पैरा लम्पिक पदक विजेता निशानेबाज सिंघराज अदा हना ने भारतीय यूथ के बदलते तेवरों की प्रशंसा की और कहा कि अगले ओलंम्पिक में पदकों की संख्या हैरान करने वाली हो सकती है।
जाते जाते योगेश्वर ने कहा दिया कि उनका सोनीपत स्थित अखाड़ा द्रोणाचार्य रामफल देख रहे हैं। खुद ने कुश्ती के बाद राजनीति को पहली पसंद बना लिया है पर अखाड़े जाना और उभरते पहलवानों को सिखाना पढ़ाना जारी रहेगा।