(प्रमोद सूद, महासचिव, ओम नाथ सूद मैमोरियल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल सोसायटी, रजिस्टर्ड)
30वें अखिल भारतीय ओम नाथ सूद मैमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट को समाप्त हुए लगभग 15 दिन बीत चुके हैं। और मैं अभी तक उन व्यक्ति विशेष गणमान्य सज्जनों का धन्यवाद न कर सका जिन्होंने इस टूर्नामेंट में तन मन धन से अहम योगदान देकर उत्तर भारत के इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को अभूतपूर्व सफलता दिलाई। जैसा कि आप जानते हैं कि फाइनल से एक दिन पूर्व दुर्भाग्यपूर्ण मेरा ऐक्सिडेंट होने के कारण पैर पर फ्रैक्चर हो गया था। इस कारण धन्यवाद करने में देरी हो गई। इसके लिए मैं क्षमा चाहता हूं।
जहां एक ओर डीडीसीए के सचिव विनोद तिहारा ने मेरे एक ही बार आग्रह करने पर 20 नवंबर को टूर्नामेंट का विधिवत उद्घाटन किया। वहीं दूसरी ओर जब मैं और आर डी सिंह डीडीसीए के अध्यक्ष रोहन जेटली के घर पहुंच कर फाइनल मैच में मुख्य अतिथि बनने का आग्रह किया तो न केवल आग्रह आग्रह को पूर्ण रूप से स्वीकार किया और साथ ही कहा कि 30 वर्षों से भी अधिक समय से चल रहे इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट से भली भांति परिचित हूं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस प्रकार के टूर्नामेंट को भविष्य में डीडीसीए के साथ जोड़ने का प्रयास और हरसंभव मदद करेंगे। इसके अतिरिक्त इस प्रकार के टूर्नामेंट में खेलने वाले खिलाडियों की परफॉर्मेंस को हर आयु वर्ग की सिलेक्शन के लिए मध्य नजर रखा जाएगा।
20 दिसंबर को पारितोषिक वितरण समारोह पर रोहन जी ने खिलाड़ियों को पुरस्कारों से सम्मानित किया। इस अवसर पर DDCA के सचिव विनोद तिहारा, डायरेक्टर अशोक शर्मा (मामा), दिनेश शर्मा (बल्ली), संदीप चौधरी (शन्टू), कुणाल गुप्ता, श्याम सुंदर, भूप राज सिंह, एस एन शर्मा, दीपक जोशी, डीएन धूलिया, अजय नैथानी, हरीश गोयल, मनु मेहता, नितिन मदान, मदन खुराना, राकेश राणा, राधे श्याम, विजय सिंह, इंद्र जीत, राजीव मल्होत्रा, पी के सोनी, अनिल पासी, अनिल शर्मा, उदय वीर नागर, अब्दुल सत्तार, प्रवीण श्रीवास्तव, मुकेश शर्मा, हरजिंदर सिंह, रोमी गिल, लक्ष्मी कोचर, हर्ष सेठी आदि अतिथि गण भी उपस्थित थे।
अंत में मेरी आंखें उस समय नम हो गई जब मैंने रोहन जेटली जी से कहा कि टूर्नामेंट का प्रतीक चिन्ह मेरा बेटा जतिन सूद आपको भेंट करेगा। तब रोहन जी उठ कर मेरे पास आए और न केवल मेरा साहस व मनोबल बढ़ाया बल्कि बोले कि यह टूर्नामेंट का प्रतीक चिन्ह मैं आप के हाथों से ही लूंगा। उनकी इस उदारता का मैं सदैव ऋणी रहूंगा।
ध्यान रहे हरियाणा क्रिकेट एकेडमी ने लगातार दूसरे वर्ष खिताब पर कब्जा किया। इस वर्ष रोमांचक फाइनल मैच में एल बी शास्त्री क्रिकेट क्लब को चार रन से जबकि पिछले वर्ष सपोर्टिंग क्रिकेट क्लब को मात्र एक रन से हराया था। विजेता टीम के कप्तान हितेश जैमिनी को रोहन जेटली ने ट्रॉफी व 125000/- रूपए का नगद पुरस्कार जबकि अन्य विशेष मेहमान दीपक जोशी ने उपविजेता टीम के कप्तान विकास दीक्षित को ट्रॉफी व 75000/- का नगद पुरस्कार प्रदान किया। सभी मैच राष्ट्रीय स्वाभिमान खेल परिसर मैदान, पीतम पुरा में खेले गए।
कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए सभी मैचों में भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए गए मापदंडों का विशेष रुप से ध्यान रखा गया। इसके लिए सभी ग्राउंड स्टाफ, सभी टीमों के खिलाडियों, मैच ऑफिशियल, प्रिंट मीडिया व प्रायोजकों का धन्यवाद।