कोरोना को हराने और आईपीएल का डंका बजाने के बाद अब भारतीय क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ दो दो हाथ आजमाने के लिए तैयार है। हालांकि महामारी के चलते आईपीएल के आयोजन को लेकर आशंका व्यक्त की जा रही थी लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड, उसके सपोर्ट स्टाफ, आईपीएल टीमों और खिलाड़ियों ने गज़ब का जुनून दिखाते हुए एक असंभव लग रहे आयोजन को संभव कर दिखाया। बड़े आयोजन के बावजूद कोई छोटी बाधा भी सामने नहीं आई। सीधा सा मतलब है कि आईपीएल ने कोरोना को ठेंगा दिखाते हुए अपनी ताकत के दर्शन भी करा दिए।
भारतीय क्रिकेट का अगला पड़ाव ऑस्ट्रेलिया है, जहां भारत को चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है। विश्व क्रिकेट की दो बड़ी टीमों केबीच खेल का रोमांच किस कदर ऊंचाई लिए होगा, बताने की जरूरत नहीं है। यह तय है कि आने वाले कई सप्ताह भारतीय मीडिया पर सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट छाया रहेगा। अर्थात बाकी खेलों के लिए शायद कोई जगह नहीं बच पाएगी।
देखा जाए तो कोविड 19 के आगमन के साथ ही अधिकांश भारतीय खेल अंडरग्राउंड हो गए थे। यूं तो पूरी दुनिया के खेल प्रभावित हुए पर कुछ देशों ने पर्याप्त इंतजामों और नियम पालन के साथ वापसी का साहस दिखाया और उन्हें कामयाबी भी मिली पर भारत में सिर्फ क्रिकेट ही मैदान में उतर पाया और देखते ही देखते मैदान मार गया है। यूएई के ताबड़तोड़ तमाशे के बाद अब भारतीय क्रिकेट कंगारुओं के शिकार पर निकल पड़ी है।
नतीजा कुछ भी रहे, क्रिकेट ने दिखा दिया है कि भारत में ओलंपिक खेल उसके सामने मेमने हैं। ओलंपिक 2020 कोरोना के कारण स्थगित हो गए थे और अब अगले साल आयोजन किया जाना है। लेकिन भारत में कहीं भी किसी भी स्तर पर ओलंपिक की चर्चा सुनने को नहीं मिल रही। जब तब खेल संघों और खेल मंत्रालय के दावे जरूर सुनाई पड़ते हैं पर प्रतिस्पर्धा के नाम पर बाकी खेल क्रिकेट से बहुत पीछे छूट गए हैं।
जब तक भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, सिर्फ क्रिकेट प्रचार माध्यमों का पहला आकर्षण रहेगा। उधर पूर्व क्रिकेटर और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के निदेशक राहुल द्रविड़ ने आईपीएल केविस्तार की संभावना व्यक्त की है। अर्थात 14 वें संस्करण में टीमों की संख्या बढ़ सकती है और आयोजन और भव्य हो सकता है। बेचारे डरे सहमे बाकी बस क्रिकेट से कुढ़ रहे है और अपने खेल आकाओं के नाकारापन पर आंसू बहा रहे हैं।