ब्रिसबेन। आस्ट्रेलिया के वर्तमान दौरे में कई अवसरों पर भारतीय टीम की दृढ़ता और जज्बे की कड़ी परीक्षा हुई और हर मौके पर वह अव्वल साबित हुई। ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर फिर से ऐसा नजारा दिखा जबकि पुछल्ले बल्लेबाजों वाशिंगटन सुंदर और शारदुल ठाकुर ने सातवें विकेट के लिये 123 रन जोड़कर आस्ट्रेलिया को पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल नहीं करने दी।
एक समय लग रहा था कि आस्ट्रेलिया पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल करके मैच को एक तरह से अपने नाम कर देगा। भारत के चोटी के छह बल्लेबाज पवेलियन में विराजमान थे और स्कोर छह विकेट पर 186 रन था।
अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे वाशिंगटन ने 62 और ठाकुर ने 67 रन की पारी खेली और भारत को वापसी दिलायी। इन दोनों ने अपने रक्षण और स्ट्रोक लगाने के कौशल का शानदार नजारा पेश किया और भारत को पहली पारी में 336 रन तक पहुंचाया। इस तरह से आस्ट्रेलिया को केवल 33 रन की बढ़त मिली।
पहली पारी में 369 रन बनाने वाले आस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन स्टंप उखड़ने तक अपनी दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 21 रन बनाये हैं और उसकी बढ़त 54 रन हो गयी है। भारतीय गेंदबाज अगर आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बांधे रखने में कामयाब रहते हैं तो अजिंक्य रहाणे की अगुवाई वाली टीम मैच ड्रा कराकर बोर्डर गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखने में सफल रहेगी।
वैसे आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर अंकुश लगाना भारत के अनुभवहीन आक्रमण के लिये आसान काम नहीं होगा। डेविड वार्नर (नाबाद 20) ने मोहम्मद सिराज पर तीन चौके लगाकर इरादे जतला दिये हैं कि मौसम की भविष्यवाणी को देखते हुए आस्ट्रेलिया तेजी से रन बटोरने की कोशिश करेगा।
तीसरे दिन भले ही आस्ट्रेलिया बेहतर स्थिति में दिख रहा है लेकिन यह दिन भारत के नाम रहा और इसका पूरा श्रेय वाशिंगटन और ठाकुर की बल्लेबाजी को जाता है क्योंकि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज को एक बार फिर धोखा दे बैठे थे। इन दोनों को आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने लगातार शार्ट पिच गेंदें की लेकिन उन्होंने इनका डटकर सामना किया। इन दोनों पर चोटी के बल्लेबाजों की तरह दबाव नहीं दिखा और उन्होंने स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की।
भारत ने सुबह दो विकेट पर 62 रन से आगे खेलना शुरू किया। चेतेश्वर पुजारा ने फिर से धीमी बल्लेबाजी करके आस्ट्रेलिया हो हावी होने का मौका दिया तो अजिंक्य रहाणे और मयंक अग्रवाल ने आसानी से अपने विकेट गंवाये। ऋषभ पंत भी कोई जलवा नहीं दिखा पाये। इन सभी बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन कोई भी अर्धशतक तक नहीं पहुंच पाया।
भारत ने लंच से पहले चेतेश्वर पुजारा (25) और अजिंक्य रहाणे (37) तथा लंच के बाद मयंक अग्रवाल (38) और ऋषभ पंत (23) के विकेट गंवाये। आस्ट्रेलिया की तरफ से जोश हेजलवुड ने 57 रन देकर पांच विकेट लिये। मिशेल स्टार्क और पैट कमिन्स को दो . दो विकेट मिले।