चेन्नई। किसी ने नहीं सोचा था कि भारत एडीलेड टेस्ट हारने के बाद आस्ट्रेलिया से 2-1 से सीरीज जीतेगा और फिर वहां से लौटने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू धरती पर सीरीज बचाने के लिये संघर्ष करेगा। लेकिन ऐसा हुआ और हो रहा है। यही वजह है कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है।
भारत चार मैचों की सीरीज में 0-1 से पीछे चल रहा है और उसे शनिवार से यहां होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में हर हाल में जीत चाहिए। अगर भारत यह मैच हार जाता है तो फिर वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगा। भारत को लार्ड्स में जून में होने वाले इस फाइनल में जगह बनाने के लिये कम से कम 2-1 से जीत दर्ज करनी होगी।
भारत के लिये चेन्नई भाग्यशाली मैदान रहा है लेकिन पिछले 22 वर्ष में यहां पहली हार झेलने के बाद अब विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम बेहद सतर्कता के साथ मैच में उतरेगी। जो रूट के नेतृत्व वाली टीम लगातार छठी जीत से आत्मविश्वास से भरी है।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर कोहनी में चोट के कारण इस मैच में नहीं खेल पाएंगे जबकि अपनी रोटेशन नीति के कारण उसने तेज गेंदबाजी के अगुआ जेम्स एंडरसन को विश्राम दिया है। ऐसे में स्टुअर्ट ब्रॉड गेंदबाजी की अगुवाई करेंगे।
आर्चर की जगह क्रिस वोक्स या ओली स्टोन में से कोई एक तेज गेंदबाज अंतिम एकादश में जगह बनाएगा। स्पिनर डॉम बेस इस मैच में नहीं खेलेंगे। उनकी जगह मोईन अली को प्लेइंग इलेवन में रखा गया है।
इंग्लैंड को इस मैच में विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर की भी कमी खलेगी जिन्हें रोटेशन नीति के कारण बाकी बचे तीन मैचों में विश्राम दिया गया है। उनके स्थान पर बेन फोक्स विकेटकीपर की जिम्मेदारी संभालेंगे। भारतीय एकादश में भी बदलाव निश्चित है।
माना जा रहा है कि बेहतरीन फार्म में चल रहे रूट से कुलदीप यादव अच्छी तरह निबट सकते हैं लेकिन उन्हे लंबे समय से बेंच पर बिठाया जा रहा है। अगर टीम प्रबंधन कुलदीप पर मेहरबान होता है तो फिर शाहबाज नदीम को बाहर बैठना होगा।
वाशिंगटन सुंदर अब भी स्पिन आलराउंडर के कारण टीम में जगह बनाने के हकदार हैं। अक्षर पटेल फिट हैं और उन्हें टीम में लिये जाने की पूरी संभावना है।
भारत की समस्या बल्लेबाजी है। रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे पहले मैच की दोनों पारियों में नाकाम रहे। ऐसे में रोहित की जगह मयंक अग्रवाल को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की चर्चा चल रही है लेकिन लगता नहीं कि टीम प्रबंधन ऐसा करेगा।
मतलब साफ है कि भारतीय बल्लेबाजी क्रम में किसी तरह के बदलाव होने की संभावना नहीं है। गेंदबाजी में भी स्पिन विभाग में बदलाव होगा। तेज गेंदबाजी विभाग की जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा निभाएंगे।
इस मैच की विशेषता यह होगी कि कोविड-19 महामारी के बाद पहली बार किसी मैच में दर्शक स्टेडियम में दिखेंगे। तमिलनाडु क्रिकेट संघ ने इस मैच के लिये स्टेडियम की क्षमता के 50 प्रतिशत दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति दे रखी है।
टीमें इस प्रकार हैं : भारत : रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), आर अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव/ वाशिंगटन सुंदर, इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह।
इंग्लैंड: डोम सिबली, रोरी बर्न्स, डैन लॉरेंस जो रूट (कप्तान), बेन स्टोक्स, ओली पोप, बेन फॉक्स (विकेटकीपर), मोइन अली, स्टुअर्ट ब्रॉड, 10 क्रिस वोक्स /ऑली स्टोन, जैक लीच।