केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने डोपिंग रोधी और खेल विज्ञान पर एक वेबिनार का उद्घाटन किया। यह वेबिनार राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा), राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय (एनएसयू) और राष्ट्रीय डोप जांच प्रयोगशाला (एनडीटीएल) ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था।
वर्चुअल मीटिंग में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के अध्यक्ष विटल्ड बांका, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (एनएडीए) के ब्रैंड एम्बेस्डर सुनील शेट्टी; खेल सचिव रवि मित्तल, राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय (एनएसयू) के कुलपति आरसी मिश्रा और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (एनएडीए) के महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन अग्रवाल उपस्थित थे।
रिजिजू ने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी-वाडा प्रमुख से साफ तौर पर कहा कि भारत खेल की शुचिता बनाए रखने के लिये किये जा रहे सभी प्रयासों का समर्थन करेगा। खेल मंत्री ने कहा, “श्री बांका, मुझे यह जानकर खुशी हुई कि वाडा में भारत के योगदान का उपयोग एंटी-डोपिंग अनुसंधान की ओर किया जाएगा और डोपिंग-रोधी समुदाय की खोजी क्षमताओं को मजबूत किया जाएगा। भारत निष्पक्ष खेल और स्वच्छ खेल की भावना बनाए रखने के लिए दृढ़ता से खड़ा है, और हम खेल की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के सभी प्रयासों का समर्थन करेंगे।”
रिजिजू ने यह भी उल्लेख किया कि नाडा, डोपिंग से छुटकारा पाने के अपने प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध है और वाडा द्वारा निर्धारित सभी डोपिंग रोधी नियमों को लागू कर रहा है। रिजिजू ने कहा “मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि नाडा इंडिया डोप मुक्त खेलों के लिए प्रतिबद्ध है और डोपिंग के खतरे से छुटकारा पाने के लिए खेल समुदाय को अपना समर्थन जारी रखता है।
यह डोपिंग रोधी नियमों और नीतियों को अपनाता और कार्यान्वित करता रहा है, जो नवीनतम विश्व डोपिंग रोधी संहिता और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है।” खेल मंत्री ने वाडा अध्यक्ष को यह भी आश्वासन दिया कि एनडीटीएल ने वाडा द्वारा सुझाए गए विभिन्न बिंदुओं पर सुधारात्मक उपाय किए हैं, और आशा व्यक्त की है कि इसे जल्द ही वाडा के दिशा निर्देशों के अनुसार, डोप विश्लेषण को फिर से शुरू करने की अनुमति दी जाएगी।
अभिनेता और नाडा के ब्रांड एंबेसडर सुनील शेट्टी ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस विषय पर निरंतर वेबिनार एथलीटों को बेहतर बनाने में मदद करेंगे। उन्होने कहा, “मैं एंटी-डोपिंग पर इस वेबिनार के लिए बहुत खुश हूं। मैं आशा करता हूँ कि आगे भी इस विषय पर चर्चा करने के लिए इस तरह के निरंतर वेबिनार होते रहेंगे। इस तरह के वेबिनार आने वाले समय में हमारे एथलीटों की मदद करेंगे।”