IPL 2020 is the last IPL for Dhoni – भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार और तीन बार के आईपीएल विजेता महेंद्र सिंह धोनी ने इस साल 15 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था जिसके बाद यह कहा जा रहा था कि धोनी इस बार आईपीएल में बिना किसी दबाव के खेलेंगे लेकिन आईपीएल 13 में ठीक इसके उलट हो रहा है। धोनी के साथ साथ उनकी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स का भाग्य भी रूठा हुआ है। धोनी के प्रशंसक तो यह तक कहने लगे हैं कि कहीं यह धोनी का आखिरी आईपीएल तो नहीं है।
इस जुलाई में 39 साल के हो चुके धोनी ने आईपीएल में नाबाद शून्य, नाबाद 29, 15, नाबाद 47, 11 और 10 के स्कोर बनाये हैं जो उनकी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं है। गत उपविजेता चेन्नई की टीम इस साल आईपीएल में सात मैचों में से पांच हार चुकी है और टीम को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए लगातार छह-सात मैच जीतने होंगे। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाने वाले धोनी ने अब तक एक भी मैच विजयी पारी नहीं खेली है।
धोनी ने जब 15 अगस्त को संन्यास लेने की घोषणा की थी तब उनकी टीम चेन्नई ने कहा था कि धोनी टीम के साथ अगले दो-तीन साल आईपीएल मजे में खेल सकते हैं लेकिन यदि टीम इस बार आईपीएल के प्लेऑफ में नहीं पहुंची तो चेन्नई सुपरकिंग्स कुछ और सोचने के लिए मजबूर हो सकती है।
धोनी भी जानते हैं कि टीम के लिए अब वापसी करना कितना जरूरी है और उन्हें खुद भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा वरना आलोचकों की संख्या बढ़ती चली जायेगी। धोनी पिछले कुछ वर्षों में अपने प्रदर्शन को लेकर हमेशा आलोचकों के निशाने पर रहते हैं फिर चाहे बात विश्व कप की हो या आईपीएल की। वीरेंदर सहवाग और इरफ़ान पठान जैसे पूर्व क्रिकेटर धोनी के इस बार के अब तक के प्रदर्शन को देखते हुए उनपर सवाल उठा चुके हैं।
चेन्नई टीम के बल्लेबाज सुरेश रैना के आईपीएल शुरू होने से पहले टूर्नामेंट से हटने के बाद रैना और धोनी के बीच कुछ मतभेद होने की खबरें भी सामने आयी थीं और टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद धोनी के लिए लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
धोनी को आईपीएल में अपनी टीम के अगले सात मैचों में न केवल खुद अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है बल्कि उन्हें अपनी टीम को भी जीत की पटरी पर लौटाना होगा।