दुबई। विश्व फुटबाल में जो स्थान ब्राजील को हासिल है आईपीएल में वही स्थिति मुंबई इंडियन्स की है जिसकी टीम मंगलवार को यहां पांचवीं बार खिताब जीतने की कोशिश करेगी। उसका सामना दिल्ली कैपिटल्स होगा जिसने पहली बार फाइनल में जगह बनायी है। मतलब दिल्ली की टीम की निगाह पहले खिताब पर टिकी हैं।
रिकार्ड से साफ है कि मुंबई को बड़े मैचों में खेलने का अच्छा खासा अनुभव है। रोहित शर्मा की टीम ने पहले क्वालीफायर में दिल्ली पर 57 रन की बड़ी जीत से इसे साबित भी कर दिया। दिल्ली ने हालांकि दूसरे क्वालीफायर में सनराइजर्स हैदराबाद को 17 रन से हराकर फाइनल में खेलने का हक पाया।
देखा जाए तो आईपीएल में शुरू से अच्छा प्रदर्शन करने वाली दो टीमों ने फाइनल में जगह बनायी है। मुंबई ने लीग चरण में अपने नौ मैच जीते जबकि दिल्ली आठ मैच जीतकर अंकतालिका में दूसरे स्थान पर रहकर प्लेआफ पहुंचा था। इस टूर्नामेंट में इन दोनों टीमों के बीच जो तीन मैच खेले गये उनमें दिल्ली की टीम विजयी रही थी लेकिन मुंबई की टीम किसी तरह की मुगालते में नहीं रहेगी क्योंकि वह जानती है कि बड़े मैचों में जरा सी ढिलायी भी उसे भारी पड़ सकती है।
मुंबई 2010 में उप विजेता रहा था लेकिन रोहित शर्मा के कमान संभालने के बाद उसने 2013, 2015, 2017 और 2019 में विजेता बना। मतलब पिछले सात वर्षों में एक साल छोड़कर उसने खिताब जीता है। अगर यही क्रम जारी रहा तो फिर यह दिल्ली के लिये अच्छी खबर हो सकती है जिसकी टीम के लिये आईपीएल फाइनल अभी तक दूर की कौड़ी था।
मुंबई की टीम हर बार की तरह इस बार भी आईपीएल की सबसे संतुलित टीम के तौर पर उबरकर सामने आयी है। रोहित शर्मा की कुशल कप्तानी, क्विंटन डीकाक, सूर्य कुमार यादव, इशान किशान की शानदार बल्लेबाजी, कीरोन पोलार्ड और हार्दिक पंड्या की पावर हिटिंग तथा जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट की बेहतरीन गेंदबाजी, मुंबई की टीम हर विभाग में मजबूत नजर आती है।
दिल्ली की टीम को अच्छी शुरुआत के बाद आखिरी चरण में लगातार चार मैच गंवाने पड़े थे। मुंबई से पहले क्वालीफायर में हार के बाद उसने सनराइजर्स के खिलाफ मार्कस स्टोइनिस को सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारा उसका यह दांव कारगर साबित हुआ। स्टोइनिस ने शिखर धवन के साथ मिलकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलायी। अंजिक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं लेकिन शिमरोन हेटमायर सही समय पर फार्म में लौट आये हैं।
गेंदबाजी में कागिसो रबादा और एनरिच नोर्त्जे ने अब तक क्रमश: 29 और 20 विकेट लिये हैं और ये दोनों दक्षिण अफ्रीकी फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिये बेताब होंगे। आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन दोनों टीमों के बीच अंतर पैदा कर सकते हैं।
तो तैयार हो जाइये। आईपीएल के 52 दिन तक चले मेले का रोमांचक अंत देखने के लिये।