नयी दिल्ली। अंजिक्य रहाणे जब आस्ट्रेलिया पर विजय पताका फहराने के बाद स्वदेश लौटे थे तो मुंबई में उनकी सोसायटी के लोगों ने उन्हें एक केक काटने के लिये कहा था जिस पर कंगारू बना था लेकिन भारत के कार्यवाहक कप्तान ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया था।
रहाणे की इसके लिये काफी प्रशंसा की भी हुई थी। इस स्टार बल्लेबाज ने अब खुलासा किया है उन्होंने आखिर यह केक क्यों नहीं काटा था। विराट कोहली के पहले टेस्ट मैच के बाद पितृत्व अवकाश के लिये वापस लौटने के बाद रहाणे ने बाकी बचे तीन मैचों में टीम की कप्तानी की थी। भारत ने इनमें से दो मैच जीतकर यह सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी।
क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने रहाणे से पूछा कि आखिर उन्होंने कंगारू केक को काटने से क्यों इन्कार कर दिया था?
इस सवाल के जवाब में रहाणे ने कहा, ‘‘कंगारू ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पशु है और मैं ऐसा नहीं करना चाहता था। आप अपनी विपक्षी टीम के खिलाफ जीतने और इतिहास रचने के बाद भी उन्हें सम्मान देते हैं। आपको अपने विरोधियों और दूसरे देशों का सम्मान करना चाहिए और मैंने भी ऐसा ही किया। ’’
रहाणे आस्ट्रेलिया से लौटने के बाद 21 जनवरी को सीधे मुलुंड स्थित अपने घर पहुंचे थे। सोसायटी के लोगों ने वहां उनका भव्य स्वागत किया था। बाद में उनके पड़ोसी कंगारू केक लेकर रहाणे के पास पहुंचे थे लेकिन उन्होंने इसे काटने से इन्कार कर दिया था।