दुबई। चेन्नई सुपर किंग्स की टीम आईपीएल में प्लेआफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है। महेंद्र सिंह धौनी की टीम अब अपने बाकी बचे दो मैचों में प्रतिष्ठा की खातिर मैदान पर उतरेगी और अपनी विरोधी टीमों की प्लेऑफ में पहुंचने की राह मुश्किल करने की कोशिश करेगी।
चेन्नई को गुरुवार को दुबई में कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ना है और आखिरी मैच में उसका सामना किंग्स इलेवन पंजाब से होगा। इन दोनों टीमों को प्लेआफ में पहुंचने के लिये चेन्नई को हराना जरूरी है लेकिन उनके लिये जीत आसान नहीं होगी। चेन्नई के पास गंवाने के लिये कुछ अब कुछ नहीं है और ऐसे में उसके खिलाड़ी बिना किसी दबाव के खेलेंगे।
दूसरी तरफ कोलकाता और पंजाब पर चेन्नई के खिलाफ दबाव होगा। इन दोनों टीमों के 12 मैचों में समान 12-12 अंक हैं लेकिन पंजाब की टीम बेहतर रन रेट के कारण चौथे जबकि कोलकाता पांचवें स्थान पर है। आईपीएल में अभी जो परिस्थिति बनी है उसके हिसाब से पांच टीमें 16 अंक हासिल कर सकती हैं।
ऐसे में पंजाब और कोलकाता की अगले दोनों मैच जीतने पर भी प्लेआफ में जगह पक्की नहीं मानी जा सकती है। इसके लिये रन रेट की भूमिका अहम होगी। मतलब साफ है कि कोलकाता और पंजाब को चेन्नई के खिलाफ बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी।
चेन्नई के सामने अब कोलकाता की टीम होगी जिसका प्रदर्शन उतार चढ़ाव वाला रहा है। उसके बल्लेबाज अब भी लय हासिल करने के लिये जूझ रहे हैं। पूर्व कप्तान दिनेश कार्तिक और वर्तमान कप्तान इयोन मोर्गन भी अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण पेश नहीं कर पा रहे हैं। शुभमन गिल, नीतीश राणा जैसे बल्लेबाज कभी चलते हैं तो कभी एकदम से असफल हो जाते हैं।
चेन्नई अब अपने युवा खिलाड़ियों को आजमाने की कोशिश करेगा। पिछले मैच में रुतुराज गायकवाड़ की शानदार पारी से चेन्नई ने आरसीबी को हराया था। अगर उसका शीर्ष क्रम पिछले मैच की तरफ प्रदर्शन करता है तो फिर धौनी की टीम को रोकना आसान नहीं होगा। वह केकेआर से पिछले मैच की हार का बदला चुकता करने के लिये भी उतरेगी।
केकेआर को पिछले मैच में बल्लेबाजों की असफलता के कारण पंजाब ने आठ विकेट से हराया था। उसे अगर अपनी उम्मीदों को जीवंत रखना है तो उसके सभी बल्लेबाजों को उपयोगी योगदान देने की जरूरत है।