देश को तीन ओलम्पिक पदक देने वाले पहलवानों सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त के गुरु महाबली सतपाल ने उम्मीद जताई है कि नया साल भारतीय खिलाड़ियों के लिए अच्छा साबित होगा और वे टोक्यो ओलम्पिक में पिछले रियो ओलम्पिक के मुकाबले ज्यादा पदक जीतेंगे।
पद्मभूषण से सम्मानित और द्रोणाचार्य अवार्डी सतपाल ने कहा, “वर्ष 2020 कोरोना के प्रकोप के कारण खिलाड़ियों के लिए अच्छा नहीं रहा। खिलाड़ियों की ट्रेनिंग नहीं हो पायी, उन्हें साल भर टूर्नामेंट नहीं मिले, काफी समय घर में रहना पड़ा और टोक्यो ओलम्पिक एक साल के लिए स्थगित हो गए लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि नया साल खिलाड़ियों के लिए अच्छा रहेगा और वे टोक्यो ओलम्पिक में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”
कुश्ती के सर्वश्रेष्ठ गुरु महाबली सतपाल ने कहा, “मुझे पहलवानों से टोक्यो ओलम्पिक में काफी उम्मीदें हैं। हमारे चार पहलवान ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं जिनमें तीन फ्रीस्टाइल और एक महिला पहलवान शामिल है। नए साल में पहलवानों को ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने के दो और मौके मिलेंगे और मुझे उम्मीद है कि हमारे कुछ और पहलवान ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करेंगे। हमने पिछले तीन ओलम्पिक में कुश्ती में लगातार पदक जीते हैं और यह सिलसिला 2021 में टोक्यो ओलम्पिक में भी बना रहेगा।”
दो बार के ओलम्पिक पदक विजेता और अपने शिष्य सुशील कुमार के ओलम्पिक में खेलने की उम्मीदों के बारे में सतपाल ने कहा कि वह कड़ी मेहनत कर रहा है और यदि उसे लगता है कि वह फिट है तो वह ओलम्पिक के लिए जरूर जाएगा। सुशील का 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग अभी खाली है और भारत को अभी इस वजन वर्ग में ओलम्पिक कोटा नहीं मिल पाया है।
भारतीय पहलवानों को अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए टिकट पाने का पहला मौका कजाकिस्तान में अप्रैल में होने वाले पहले एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर से मिलेगा। नौ से 11 अप्रैल तक कजाकिस्तान में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर होगा। विश्व ओलंपिक क्वालीफायर का आयोजन बुल्गारिया में छह से नौ मई तक होगा। यह टोक्यो ओलंपिक के लिए कुश्ती का आखिरी क्वालीफाइंग टूर्नामेंट होगा।
भारत के अब तक चार पहलवानों रवि कुमार, बजरंग पुनिया, दीपक पुनिया और महिला पहलवान विनेश फोगाट ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है।