प्रमोद सूद (सचिव, ओम नाथ सूद मेमोरियल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल सोसायटी) ऋषभ पंत, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा की शानदार बल्लेबाजी, मोहम्मद सिराज, टेस्ट में पदार्पण करने वाले टी नटराजन की घातक गेंदबाजी व टेस्ट मैच में पदार्पण करने वाले वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर के शानदार हरफ़नमौला खेल की बदौलत टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला में इस मैदान पर 32 वर्षों से न हारने वाली टीम ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
पहले टेस्ट में टीम इंडिया ने न केवल 8 विकेट से मैच गंवाया बल्कि अपना न्यूनतम 36 रनों का स्कोर भी बनाया। इसके बाद कप्तान कोहली को पारिवारिक कारणों से स्वदेश लौटना पड़ा। यह वह पल था जहां से टीम को न केवल अपने शर्मनाक प्रदर्शन से उभरना था बल्कि श्रृंखला में वापसी करनी थी। अब जिम्मेदारी रहाणे के कंधों पर थी। मेलबोर्न में अगले ही टेस्ट में रहाणे ने न केवल शतक जमाया बल्कि शानदार कप्तानी करते हुए ऑस्ट्रेलिया पर आठ विकेट से जीत दिला कर श्रृंखला बराबरी पर ला दी। सिडनी तीसरा टेस्ट ड्रा पर समाप्त हुआ।
अब सारा दारोमदार चौथे टेस्ट पर आ गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने लाबुशेन के शतक की बदौलत पहली पारी में 369 रन बनाए। जबाब में टीम इंडिया चेतेश्वर पुजारा, वाशिंगटन सुंदर व शार्दुल ठाकुर के अर्धशतकों की बदौलत 336 रनों पर आउट हो गयी। इस तरह टीम ऑस्ट्रलिया को 33 रनों की लीड मिल गई।
दूसरी पारी में टीम इंडिया के गेंदबाजों मोहम्मद सिराज 5 विकेट व शार्दुल ठाकुर 4 विकेट की शानदार गेंदबाजी के चलते ऑस्ट्रेलिया की टीम 294 रनों पर आउट हो गई। इस तरह टीम इंडिया को चौथी पारी में 328 रनों का एक असंभव सा लक्ष्य मिला। इस लक्ष्य को पाने में उदीयमान उद्घाटक बल्लेबाज शुभमन गिल के 91 रन, पुजारा के 56 रन व ऋषभ पंत ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 89 रनों की नाबाद पारी खेल कर टीम इंडिया को न केवल जीत दिलाई बल्कि मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी अपने नाम किया।
ध्यान रहे रहाणे ने भी 24 और वाशिंगटन सुंदर ने भी 22 रनों की बहुमुल्य पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया पर जीत पर पहली पारी में वाशिंगटन सुंदर व शार्दुल ठाकुर द्वारा सातवें विकेट के लिए बनाई गई 123 रनों की साझेदारी को भी लम्बे समय तक याद रखा जाएगा।
यहां हमें यह भी नही भुलना चाहिए कि टीम इंडिया मुख्य खिलाड़ी मोहम्मद शमी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, आर अश्विन, हनुमा विहारी, रवींद्र जडेजा आदि खिलाड़ी घायल थे और कप्तान विराट कोहली भी टीम का हिस्सा नहीं थे। यह दर्शाता है कि हमारी बैंच स्ट्रेंथ कितनी मजबूत है।
टीम इंडिया आगामी इंग्लैंड के विरुद्ध खेली जाने वाली श्रृंखला में भी शानदार प्रदर्शन जारी रखेगी। ऐसी मेरी शुभकामनाएं हैं।