मेलबर्न। भारत ने पहली पारी में 326 रन बनाकर 131 रन की बड़ी बढ़त हासिल की और फिर आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में छह विकेट 133 रन पर निकाल दिये जिससे उसने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में जीत और सीरीज 1-1 से बराबर करने की उम्मीद जगा दी है।
भारत ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के 112 रन और रविंद्र जडेजा के 57 रन की बदौलत अपनी पहली पारी में 326 रन बनाये थे। आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 195 रन बनाये थे। आस्ट्रेलिया के अब निचले क्रम के बल्लेबाज खेल रहे हैं। पिच भले ही अब बल्लेबाजी के लिये अच्छी दिखने लगी है लेकिन भारतीय गेंदबाज सही लाइन और लेंथ से गेंदबाजी कर रहे हैं जिसका इनाम उन्हें मैच के तीसरे दिन मिला।
आस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम में सलामी बल्लेबाज मैथ्यू वेड को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज विश्वास के साथ नहीं खेल पाया। वेड ने 40 रन बनाये लेकिन जो बर्न्स (चार) और पूर्व कप्तान स्टीवन स्मिथ (आठ) दोहरे अंक में भी नहीं पहुंच पाये।
कप्तान टिम पेन भी आयाराम गयाराम बने। मार्नस लाबुशेन से खतरा था लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने उन्हें अपनी कैरम बॉल से गच्चा दे दिया। ट्रेविस हेड (17) किसी भी समय भारतीयों के लिये खतरा बनते हुए नहीं दिखे। अब कैमरन ग्रीन 17 और पैट कमिंस 15 रन पर खेल रहे हैं लेकिन उनका संघर्ष कल लंबे समय तक चल पाएगा इसकी संभावना कम है।
भारत इस मैच में पांच गेंदबाजों के साथ उतरा था। उसकी यह रणनीति कारगर रही क्योंकि उमेश यादव तीसरे दिन चोटिल होकर बाहर हो गये। उनकी पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया है और अभी यह तय नहीं है कि वह इस मैच में आगे खेल पाएंगे या नहीं।
बहरहाल भारत एडीलेड में पहला टेस्ट आठ विकेट से गंवाने के बाद सीरीज बराबर करने की बहुत अच्छी स्थिति में है। अगर भारत यह मैच जीत जाता है तो मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड यानि एमसीजी उसके लिये लकी बन जाएगा।
भारत ने अब तक एमसीजी पर तीन मैच जीते हैं। उसने 1977 और 1981 में यहां मैच जीते थे। इसके बाद वह 2018 में एमसीजी पर जीत दर्ज करने में सफल रहा। मतलब भारत ने अब तक इस मैदान पर तीन मैच जीते हैं।
इस मैच में जीत हासिल करने पर भारत की विदेशी मैदानों पर सर्वाधिक जीत का रिकार्ड एमसीजी के नाम पर दर्ज हो जाएगा। भारत ने क्वीन्स पार्क ओवल, पोर्ट ऑफ स्पेन, सबीना पार्क किंगस्टन और सिंहलीज स्पोर्टस क्लब ग्राउंड कोलंबो में भी तीन तीन मैच जीते हैं।