उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ 23 से 24 जनवरी 2021 तक नोएडा में 65 वीं पुरुष फ्री स्टाइल सीनियर नेशनल कुश्ती चैम्पियनशिप आयोजित करेगा। उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ 30 से 31 जनवरी 2021 तक आगरा में 23वीं महिला सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप का आयोजन करेगा। फरवरी 2021 के मध्य में डब्ल्यूएफआई 65वीं पुरुष ग्रीको रोमन स्टाइल सीनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप का आयोजन करेगा। इस प्रतियोगिता का आयोजन कोरोना के खतरे के मद्देनजर कड़े फैसलों के बीच किया जाएगा।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने कोरोना के जोखिम को कम करने और संक्रमण फैलने से रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है। राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने वाले सभी राज्यों और कुश्ती संघ की सभी इकाइयों के सभी एथलीट, कोच और सीनियर फ्री के अन्य प्रतिभागी का चैंपियनशिप के दौरान अपना पीसीआर सेरोलॉजिकल टेस्ट होना चाहिए जो खुद के राज्य में होना चाहिए और यह टेस्ट राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप शुरू होने से पिछले तीन दिन से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए।
डब्ल्यूएफआई ने कहा है कि सभी एथलीट, कोच और सीनियर फ्री के अन्य प्रतिभागी को चाहिए कि वे चैंपियनशिप में प्रतियोगिता अनुसूची के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं। टीम के साथ अतिरिक्त व्यक्ति भेजने से बचें। किसी भी अतिरिक्त व्यक्ति को अनुमति नहीं दी जाएगी। खेल के क्षेत्र में अनावश्यक भीड़ से बचें। यदि कोई बिना कारण पाया गया, तो राज्य संघ पर जुर्माना लगाया जाएगा।
सभी कोच/अधिकारियों को एक दूसरे से कम से कम छह फीट की दूरी पर रहना चाहिए। प्रत्येक टीम के प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों के पास कोविड -19 को लेकर नकारात्मक पीसीआर सेरोलॉजिकल टेस्ट की परीक्षण रिपोर्ट होना चाहिए। टेस्ट रिपोर्ट चैंपियनशिप में आने से पिछले 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होना चाहिए।
डब्लूएफआई के अधिकारियों के आने पर तुरंत दस्तावेज़ कृपया जमा करें। इस दस्तावेज़ के बिना भाग लेने की अनुमति किसी भी टीम को नहीं दी जाएगी। चैंपियनशिप के दौरान कुश्ती मुकाबले और ट्रेनिंग को छोड़कर बाकी सभी स्थानों पर प्रतिभागियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है।
सत्यापन के दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखें। कार्यक्रम के अनुसार सत्यापन किया जाएगा। पहलवान और कोच सत्यापन के कार्यक्रम और समय सीमा का पालन करें। कोई भी पहलवान जिसका वजन वर्ग अगले दिन ना हो, उसे सत्यापन के स्थान पर जाने की अनुमति नहीं होगी। अगर कोई ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर अयोग्य करार कर दिया जाएगा। राज्य संघ जो टीमों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भेज रहे हैं उन्हें पहलवानों द्वारा विधिवत भरा हुआ घोषणा पत्र प्रस्तुत करना होगा।