चेन्नई। रविचंद्रन अश्विन समय समय पर यह दिखाते रहे हैं कि टर्न लेती पिच पर कैसे विकेट हासिल करने हैं लेकिन सोमवार को उन्होंने दिखाया कि इस तरह की पिच पर रन कैसे बनाये जाते हैं। उन्होंने शतक जड़ा और भारत की दूसरे टेस्ट मैच में जीत लगभग सुनिश्चित की।
भारत ने अपनी दूसरी पारी में 286 रन बनाकर इंग्लैंड को 482 रन का लक्ष्य दिया है। भारत ने अपनी पहली पारी में 329 रन बनाकर इंग्लैंड को 134 रन पर समेट दिया था। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में अभी तीन विकेट पर 53 रन बनाये हैं और उसे जीत के लिये 429 रन चाहिए जो कि पिच की स्थिति को देखकर बहुत मुश्किल लग रहा है।
अश्विन ने 148 गेंदों पर 14 चौकों और एक छक्के की मदद से 106 रन बनाकर अपने करियर में तीसरी बार शतक और पारी में पांच विकेट का अनूठा कारनामा किया। उन्होंने कप्तान विराट कोहली (62) के साथ सातवें विकेट के लिये 96 रन की साझेदारी की।
इन दोनों के अलावा 11वें नंबर के बल्लेबाज मोहम्मद सिराज की बल्लेबाजी ही उल्लेखनीय रही। उन्होंने दो छक्कों की मदद से नाबाद 16 रन बनाये। अश्विन के शतक में मदद की और उनके साथ 49 रन जोड़े। इंग्लैंड की तरफ से उसके दोनों स्पिनरों जैक लीच और मोईन अली ने चार . चार विकेट लिये।
अश्विन इससे पहले भी बल्ले से कमाल दिखाते रहे हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह उनका पांचवां टेस्ट शतक है। उन्हें 28 और 56 रन के योग पर जीवनदान मिला और उन्होंने इंग्लैंड के क्षेत्ररक्षकों (बेन स्टोक्स और बेन फोक्स) की गलतियों को अच्छी तरह से भुनाया।
अश्विन ने अपने घरेलू मैदान पर पहला शतक लगाया लेकिन सुबह के सत्र में भारत ने जिस तरह से चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, अजिंक्य रहाणे और अक्षर पटेल के विकेट गंवाये उससे नहीं लग रहा था कि टीम 200 रन के करीब भी पहुंच पाएगी।
अश्विन हालांकि पूरी तरह से सकारात्मक बल्लेबाजी करने के उद्देश्य से ही क्रीज पर उतरे थे। उन्होंने दर्शकों के अपार समर्थन के बीच अपना शतक पूरा किया। वह भारत के आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए।
चेन्नई के इस लाडले ने इसके बाद अक्षर पटेल का अच्छा साथ दिया। अक्षर पटेल ने इंग्लैंड के दो विकेट चटकाये हैं तो अश्विन ने भी एक विकेट लिया है। अश्विन के पास अब मैच में शतक और दस विकेट का अनूठा डबल पूरा करने का मौका है।