रोहित चमोली ने रविवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया के ओटगोनबयार तुवशिंजया को 3-2 से हराकर 2021 एएसबीसी एशियाई जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत को पहला स्वर्ण दिलाया और ओलंम्पिक से खाली हाथ लौटे भारतीय पुरूष मुक्केबाजी दल द्वारा दिए घाव पर हल्का मरहम भी लगाया।
जूनियर लड़कों के 48 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में खेलते हुए चंडीगढ़ के इस मुक्केबाज ने इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय इवेंट में अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखा और अपनी प्रतिभा की झलक पेश की।
सतर्क शुरुआत करने के बाद, समय पर और सटीक आक्रमण ने रोहिद को एक करीबी मुकाबले में अपने मंगोलियाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बढ़त दिला दी और वह 3-2 से करीबी जीत के स्वर्ण पदक हासिल करने में सफल रहे।
बाद में आज रात गौरव सैनी (70 किग्रा) और भारत जून (+81 किग्रा) अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक के लिए लड़ेंगे। मुस्कान (46 किग्रा), विशु राठी (48 किग्रा), तनु (52 किग्रा), आंचल सैनी (57 किग्रा), निकिता (60 किग्रा), माही राघव (63 किग्रा), रुद्रिका (70 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा), संजना (81 किग्रा) और कीर्ति (+81 किग्रा) देश की 10 मुक्केबाज हैं, जो लड़कियों के फाइनल में भाग लेंगी।
भारत जूनियर स्पर्धा में पहले ही छह कांस्य पदक जीत चुका है, जिसमें देविका घोरपड़े (50 किग्रा), आरज़ू (54 किग्रा) और सुप्रिया रावत (66 किग्रा) लड़कियों के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं, जबकि आशीष (54 किग्रा), अंशुल (57 किग्रा) और अंकुश (66 किग्रा) ) ने लड़कों के वर्ग में कांस्य पदक जीता है।
यूएई के फुजैरा में 2019 में आयोजित पिछली एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में, भारत 21 पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत और छह कांस्य) के साथ तीसरे स्थान पर रहा था । भारत ने लड़कियों की श्रेणी में 13 पदक (चार स्वर्ण, छह रजत और तीन कांस्य) ) जबकि लड़कों के वर्ग (दो स्वर्ण, 3 रजत और 3 कांस्य) में आठ पदक जीते थे।
जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं को 4,000 अमेरिकी डॉलर जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 2,000 अमेरिकी डॉलर और 1,000 डॉलर दिए जाएंगे।
महामारी के कारण लगभग दो वर्षों के अंतराल के बाद आयोजित की जा रही इस चैंपियनशिप ने एशियाई स्तर पर होनहार युवा प्रतिभाओं को बहुत आवश्यक प्रतिस्पर्धी माहौल प्रदान किया है।
इस आयोजन में कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों के मुक्केबाजों की उपस्थिति में एक रोमांचक प्रतिस्पर्धा देखी गई। यह भी पहली बार है कि दोनों आयु वर्ग-जूनियर और युवा-एक साथ खेले गए।
सोमवार को होने वाले युवा स्पर्धा के फाइनल में भारत के 15 मुक्केबाज स्वर्ण के लिए लड़ेंगे। निवेदिता (48 किग्रा), तमन्ना (50 किग्रा), सिमरन (52 किग्रा), नेहा (54 किग्रा), प्रीति (57 किग्रा), प्रीति दहिया (60 किग्रा), खुशी (63 किग्रा), स्नेहा (66 किग्रा), खुशी (75 किग्रा), तनिशबीर (81 किग्रा) महिला वर्ग में जबकि पुरुषों में विश्वनाथ सुरेश (48 किग्रा), विश्वामित्र चोंगथम (51 किग्रा), जयदीप रावत (71 किग्रा), वंशज (64 किग्रा) और विशाल (80 किग्रा) फाइनल खेलेंगे।