नयी दिल्ली। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को जिस तरह से आनन फानन में आस्ट्रेलिया दौरे की तीनों टीमों में नहीं चुना गया उससे लगता है कि भारतीय टीम के अंदर सब कुछ सही नहीं चल रहा है।
बहाना उनकी हैमस्ट्रिंग की चोट का था लेकिन उन्हें तो टेस्ट सीरीज से भी बाहर कर दिया गया जो कि 17 दिसंबर से शुरू होनी है। रोहित बीसीसीआई चिकित्सा दल की रिपोर्ट को धता बताकर उसी दिन मुंबई इंडियन्स की तरफ से नेट प्रैक्टिश में लौटते हैं जिस दिन उन्हें टीम से बाहर किया गया था।
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली सीमित ओवरों की टीम के उप कप्तान को वापसी में जल्दबाजी नहीं दिखाने की सलाह देते हैं लेकिन रोहित मुंबई इंडियन्स के आईपीएल लीग चरण के आखिरी मैच में टीम की अगुवाई करते हैं और फिर क्वालीफायर खेलने के लिये भी उतरते हैं। यह अलग बात है कि इन दोनों मैचों में उनका बल्ला नहीं चल पाया लेकिन उन्होंने आखिर तक टीम का नेतृत्व किया।
रोहित कहते हैं कि ‘फिट एंड फाइन’ हैं तो फिर उन्हें आस्ट्रेलिया दौरे की टीम से बाहर करने में इतनी जल्दबाजी क्यों की गयी। क्या इसके पीछे सिर्फ चोट ही कारण है। अगर ऐसा है तो फिर साफ है कि बीसीसीआई मेडिकल टीम की रिपोर्ट विश्वसनीय नहीं है। और अगर रोहित चोट के बावजूद खेल रहे हैं तो फिर वह क्या साबित करना चाहते हैं यह महत्वपूर्ण बन गया है।
इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर से कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा के रिश्तों को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है। इससे पहले भी इस तरह की चर्चा चली थी कि टीम के इन दोनों वरिष्ठ खिलाड़ियों के बीच सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है।
इस बात को तब हवा मिली थी जब रोहित और कोहली ने दो साल पहले ट्विटर पर एक दूसरे को फालो करना बंद कर दिया था। इसके बाद रोहित ने पिछले साल इंस्टाग्राम पर न सिर्फ कोहली बल्कि उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा को फालो करना बंद कर दिया था।
यह भी माना जाता है कि जब अनिल कुंबले टीम के कोच थे और कोहली के उनके साथ संबंध बिगड़ गये तो केवल एक दो खिलाड़ियों ने ही कुंबले का साथ दिया था। माना जाता है कि इन खिलाड़ियों में रोहित भी शामिल थे। रोहित अब भी कुंबले को ट्विटर पर फालो करते हैं और उनके बीच रिश्ते मधुर हैं।
उम्मीद है कि रोहित को बाहर करने के पीछे ऐसा कोई कारण नहीं होगा लेकिन फिर भी देश के क्रिकेट प्रेमी जानना चाहते हैं कि उन्हें आस्ट्रेलिया दौरे की टीम में क्यों नहीं चुना गया और अगर अब जबकि वह आईपीएल में खेल रहे हैं तो फिर क्या भारतीय चयनकर्ता उन्हें फिर से टीम में शामिल करने पर विचार करेंगे।